लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
बीती रात लखनऊ के बुद्धेश्वर स्थित एम एम लॉन में घुसा तेंदुआ आखिरकार पकड़ा गया। कड़ी मेहनत और घंटों के सर्च ऑपरेशन के बाद आधी रात को तेंदुआ रेस्क्यू टीम की पकड़ में आ सका। इस दौरान वन दारोगा मुकद्दर अली समेत तीन लोग घायल हो गए। तेंदुए को पकड़े जाने के बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली।
स्ट्रेचर पर डालकर नीचे उतारा गया
बुधवार रात बुद्धेश्वर के रिंग रोड पर बने एम एम लॉन में शादी समारोह के बीच अचानक तेंदुआ घुसने से अफरा तफरी का माहौल हो गया था। वहीं स्थानीय पुलिस और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आधी रात तकरीबन 3 बजे तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया जा सका। ट्रेंकुलाइज करने के बाद पहली मंजिल से तेंदुए को स्ट्रेचर के ज़रिए नीचे लाया गया। इससे पहले वन विभाग ने बड़ा जाल डालकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की हालांकि तेंदुआ रेस्क्यू टीम को चकमा देता रहा। इस बीच पूरे इलाके में आग की तरह तेंदुए की खबर फैल गई जिससे दहशत का माहौल हो गया। मैरिज हाल के बाहर लोगों की भारी भीड़ जुट गई और तेंदुए की एक झलक पाने के लिए लोग डटे रहे।
बाघ की दहशत अब तक बरकरार
गौरतलब है कि लखनऊ में इससे पहले भी कई जगह तेंदुए की आमद हो चुकी है। कभी किसी स्कूल तो किसी गांव में तेंदुए के घुसने से लोगों में दहशत फैल चुकी है। वहीं लखनऊ के बाहरी क्षेत्र मलिहाबाद के रहमान खेड़ा में पहले से ही बाघ घूम रहा है। दो महीने से ज्यादा समय से रहमान खेड़ा और आसपास के इलाकों में बाघ की दहशत व्याप्त है। वन विभाग की टीमें लगातार कांबिंग कर रही है लेकिन अब तक बाघ उनके शिकंजे में नहीं फंसा है। ऐसे में तेंदुए के आने से लखनऊ के कुछ इलाकों में सनसनी फैली हुई है।