Lucknow News : लखनऊ में मेट्रो सेवा का संचालन एयरपोर्ट से लेकर मुंशीपुलिया तक हो रहा है। हालांकि पतंगबाजी की वजह से मेट्रो सेवाएं लगातार प्रभावित हो रही है। लखनऊ मेट्रो के अधिकारी काफी दिनों से मेट्रो कॉरिडोर के इलाको मे जा कर लोगों को मटैलिक मांझे से पतंग न उड़ाने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन काफी दिनों से समझाने के बाद भी लोग तार वाली पतंग उड़ाने से बाज़ नही आ रहे हैं। अब मेट्रो ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती का रुख अपना लिया है।
पतंगबाजी से लखनऊ मेट्रो हो रही प्रभावित
दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मेट्रो सेवा यात्रियों के लिए लाइफ लाइन बन चुकी है। हर रोज सैकड़ों की संख्या में शहरवासी रोजाना यात्रा कर रहे हैं। वहीं शहर के पतंगबाज मेट्रो सेवा को लगातार प्रभावित कर रहे हैं। अभी हाल ही में पतंग के तार की वजह से मेट्रो की एक लाइन प्रभावित हो गई थी। जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा । इसी को देखते हुए लखनऊ मेट्रो ने कॉरिडोर के आस-पास पतंगबाजी करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
संचालन बाधित होने पर होगी 10 साल की सजा
पतंगबाजो से परेशान होकर मेट्रो प्रशासन काफी सख्त हो गया है। मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर 10 साल की सजा होगी। साथ ही बिना वारेंट गिरफ्तारी का भी प्रावधान है। दरअसल अधिकारियों के जा के समाझाने के बाद भी लोग मेट्रो कॉरिडोर के आस-पास मटैलिक मांझे से पतंगबाजी कर अपनी जान खतरे में डालने के साथ ही मेट्रो संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। मेट्रो ने इससे निपटने के लिए कॉरिडोर के आस-पास सख्त निगरानी शुरु कर दी है।आपको बता दें कि मेट्रो सिक्योरिटी और इलेक्ट्रिकल विभाग ने पतंग में मटैलिक वायर के खिलाफ आलमबाग से अभियान शुरू कर दिया है। मेट्रो के अधिकारी ने बताया कि मेट्रो कॉरिडोर के आस-पास पतंग उड़ाकर मेट्रो संपत्ति को नुकसान पहुंचाना दंडनीय अपराध है। पकड़े जाने पर दस साल की सजा और बिना वारेंट गिरफ्तारी भी हो सकती है।