लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
नगर आयुक्त के निर्देश पर सोमवार को लखनऊ नगर निगम द्वारा जोन-7 के थाना गुडंबा अंतर्गत कल्याणपुर क्षेत्र में अवैध डेयरियों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया गया। यह अभियान पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के नेतृत्व में पुलिस बल और प्रवर्तन दल के सहयोग से पूरा हुआ।
नालियों में बहाया जा रहा गोबर
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र से लगातार यह शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोगों द्वारा गोबर को सीधे नालियों में बहाया जा रहा है, जिससे न केवल क्षेत्र में गंदगी फैल रही थी, बल्कि नालियां चोक हो रही थीं। इससे जलभराव और मच्छर जनित रोगों के फैलने का गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया था। स्थानीय नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए निगम प्रशासन ने यह कठोर कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
कांजी हाउस में निरुद्ध किए गए पशु
अभियान के दौरान मौके पर 10 भैंसें, 6 गायें एवं 2 पड़िया बरामद की गईं। इन सभी पशुओं को नगर निगम द्वारा पीजीआई स्थित कांजी हाउस में निरुद्ध किया गया है। संबंधित पशुपालकों को सूचित किया गया है कि वे निर्धारित जुर्माना भरने के उपरांत ही अपने पशुओं को वापस प्राप्त कर सकेंगे। नगर निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि शहरी क्षेत्र में डेयरी संचालन की अनुमति नहीं है। निगम के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम अधिनियम 1959 के अनुसार, भैंस को 'अपदूषण कारक' पशु माना गया है, इसलिए नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्रों में भैंस पालने की अनुमति नहीं दी जाती। वहीं, निगम केवल दो गायों को ही शहरी क्षेत्र में रखने की अनुमति प्रदान करता है, वह भी लाइसेंस प्राप्त करने के बाद।
नगर निगम ने डेयरी संचालकों को दी चेतावनी
इस अभियान का उद्देश्य न केवल अवैध डेयरियों को हटाना था, बल्कि शहर को स्वच्छ, स्वस्थ और रोगमुक्त बनाए रखना भी था। निगम अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में इस प्रकार की अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पशु कल्याण विभाग से डॉ. अभिनव वर्मा के साथ शिवेक, रामकुमार और नदीम ने अभियान को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग किया। नगर निगम लखनऊ द्वारा इस प्रकार की नियमित कार्रवाइयां आगे भी जारी रखने की योजना है, ताकि शहर को स्वच्छता मानकों के अनुरूप बनाए रखा जा सके और नागरिकों को एक सुरक्षित व स्वस्थ पर्यावरण प्रदान किया जा सके।