लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
भारत, एशिया और प्रशांत क्षेत्र में 12वें रीजनल 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम की मेजबानी करेगा। यह फोरम 3 से 5 मार्च 2025 को जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम "एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्यों और कार्बन तटस्थता को प्राप्त करने की दिशा में सर्कुलर समाजों को साकार करने" की थीम पर केंद्रित होगा। इसमें हिस्सा लेने के लिए लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल और नगर निगम लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह भी गए हैं। इस फोरम में 3आर का अर्थ है रिड्यूस (कम करना), रीयूज (पुनः उपयोग करना) और रीसाइकिल (पुनर्चक्रण) है।
प्रमुख विरासत स्थलों को देखने का मिलेगा मौका
महापौर ने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन में 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू प्रतिभागियों के भाग लेने की उम्मीद है। इस फोरम में पूर्ण सत्र, देश-विशिष्ट चर्चाएं, थीम-आधारित गोलमेज सम्मेलन आयोजित होंगे। इसमें नॉलेज शेयरिंग और नेटवर्किंग के अवसर मिलेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिनिधियों को ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं के तकनीकी क्षेत्र के दौरे करने और जयपुर में प्रमुख विरासत स्थलों को देखने का अवसर भी मिलेगा।
3R पर लखनऊ करेगा प्रेजेंट
महापौर ने बताया कि इस दौरान एक समर्पित ‘इंडिया पैवेलियन’ 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी डोमेन में लखनऊ की उल्लेखनीय पहलों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगा। इस पैवेलियन में प्रमुख मंत्रालयों और राष्ट्रीय मिशनों की प्रदर्शनियां होंगी, जो सतत विकास के लिए भारत के समग्र सरकारी दृष्टिकोण को दर्शाती हैं। यह मंत्रियों और राजदूतों की राउंड टेबल डायलॉग, मेयर्स डायलॉग, पॉलिसी डायलॉग और CITIIS 2.0 कार्यक्रम के तहत समझौतों पर हस्ताक्षर जैसे सत्रों के साथ इंटरैक्टिव नॉलेज शेयरिंग के केंद्र के रूप में भी काम करेगा।
40 से अधिक व्यवसायों की बेस्ट प्रैक्टिस होगी प्रदर्शित
महापौर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि फोरम एक अंतर्राष्ट्रीय ‘3आर व्यापार और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी’ की मेजबानी करेगा, जो 40 से अधिक भारतीय और जापानी व्यवसायों और स्टार्ट-अप्स को बेस्ट प्रेक्टिस, आइडिया और सॉल्यूशन को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जो क्रॉस-लर्निंग को प्रोत्साहित करते हुए सर्कुलरिटी और 3आर सिद्धांतों का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बताया है कि फोरम में भारत भर के गैर सरकारी संगठनों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा वेस्ट से वेल्थ बनाने की पहल को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जो स्थिरता के साथ उद्यमिता और कम्युनिटी इंगेजमेंट को बढ़ावा देगा।
3आर में बेस्ट प्रेक्टिस को साझा करेगा लखनऊ
महापौर ने बताया कि यूएनसीआरडी द्वारा 2009 में शुरू किए गए क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम का उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों को 3आर (कम करना, पुनः उपयोग करना, पुनर्चक्रण करना) और 3आर में बेस्ट प्रेक्टिस को साझा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करना है। पिछला फोरम 2023 में कंबोडिया द्वारा आयोजित किया गया था। भारत ने इससे पहले 2018 में फोरम की मेजबानी की थी, जब 8वां संस्करण इंदौर में आयोजित किया गया था। लखनऊ भी इस बार इसमें हिस्सा ले रहा है।