लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भोजन, आवास, यात्रा और यहां तक की भाषाओं को लेकर बयान दिया है। भागवत के बयान के बाद शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है। मौलाना ने नसीहत देते हुए हिन्दू मुस्लिम के बीच प्रेम और मोहब्बत बढ़ाने वाले बयान देने की नसीहत दी है।
संघ प्रमुख ने दिया बयान
संघ प्रमुख ने अपने बयान में कहा कि "हर भारतीय को भोजन, आवास, यात्रा और यहां तक की अपनी आत्म अभिव्यक्ति से मेल खाने वाली भाषाओं का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी को अपनी दैनिक गतिविधियों में विदेशी भाषाओं का उपयोग करने के बजाय मातृभाषा में बातचीत करना चाहिए"
यासूब अब्बास ने दी नसीहत
यासूब अब्बास ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बेशक आजाद समाज में हर किसी को बयान देने का हक है। मौलाना ने कहा कि मगर बयान इस प्रकार का होना चाहिए कि हिंदू को मुसलमान से इस वक्त जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस वक्त जल, ज़मीन, वायु और किसी खास मज़हब के लिए शिक्षा पर बयान देने का वक्त नहीं है। मौलाना ने कहा कि इस वक्त हिंदुस्तान में चाहे हिंदू या मुसलमान तरक्की करेगा तो हमारा मुल्क तरक्की करेगा। लिहाज़ा हम इस वक्त ऐसी बयानबाजी करें जिससे हमारे मुल्क पर कोई बुरा असर नहीं पड़े। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम चाहते है कि हिंदू मुसलमान इस देश में आपसी मेल जोल के साथ रहे जिससे हमारा देश आगे तरक्की करें।