लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
वक्फ बिल पर विचार करने वाली ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की रिपोर्ट गुरुवार को राज्यसभा में पेश की गई। पटल पर रिपोर्ट पेश करते ही जमकर हंगामा हुआ। वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं की भी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी है। शिया धर्मगुरु और ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने इस पर अफसोस व्यक्त करते हुए कोर्ट जाने तक की बात कह दी है।
शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की बुलाई मीटिंग
मौलाना यासूब अब्बास ने अपना जारी करते हुए कहा कि आज राज्यसभा में वक्फ एमेंडमेंट बिल पेश कर दिया गया है मगर बड़े अफसोस की बात है कि सारे इख्तियार में कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट के इख्तियार को बढ़ाया गया है। मौलाना ने कहा कि वक्फ को तबाह और बर्बाद किया जा रहा है। शिया समुदाय के ज़्यादातर वक्फ संपत्तियां पूरे मुल्क में बिखरी पड़ी है। उन्होंने कहा कि वक्फ के जानकारों के साथ एक लीगल सेल की टीम की मीटिंग जल्द ही बुलाई जाएगी और वह इस को देखेगी। इसके बाद ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की एक्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग बुलाकर फैसला लिया जाएगा। मौलाना ने आगे बोलते हुए कहा कि अगर कोर्ट का रास्ता इख्तियार करना पड़ा तो वो भी किया जाएगा।
सरकार पर साधा निशाना
मौलाना ने बोलते हुए कहा कि यह कौमी मसला है और हमारे बुजुर्गों ने यहां मजलिस मातम के लिए औकाफ वक्फ किए थे। उन्होंने नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए सरकार पर कहा कि आप हमारे इख्तियार को छीनते चले जा रहे है, हमारे हाथों को काटते चले जा रहे है। मौलाना ने हिदायत देते हुए कहा कि आपको बिल में मुसलमानों के इख्तियार और बढ़ाने चाहिए थे लेकिन उसकी जगह कमी दर कमी की गई।