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रमज़ान से पहले इस्लामिक सेंटर में ज़िला प्रशासन और उलमा के बीच मीटिंग

पवित्र महीने रमज़ान के आगाज़ से पहले इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में अधिकारियों संग उलमा की अहम बैठक आयोजित हुई। इस बैठक की अध्यक्षता मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने की।

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Mohd. Arslan
इस्लामिक सेंटर में आयोजित मीटिंग

इस्लामिक सेंटर में आयोजित मीटिंग Photograph: (YBN )

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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इस्लामिक महीने रमज़ान के आगाज़ में अब बेहद कम दिन बचे है। मुसलमानों के लिए सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण और इबादत वाला महीना रमज़ान होता है। इस पूरे महीने हर मुसलमान रोज़ा रखता है और अल्लाह की इबादत करता है। बड़ी संख्या में मस्जिदों और इबादतगाहों में लोग तरावीह की नमाज़ भी अदा करते है। लखनऊ में रमजान की तैयारियों के सिलसिले में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में प्रशासन और उलमा के बीच अहम मीटिंग हुई।

कई विभागों के अधिकारी रहे मौजूद

ऐशबाग स्थित ईदगाह में रमजानुल मुबारक की तैय्यारियों के सिलसिले में जिला प्रशासन, पुलिस कमिश्नरेट और इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया फरंगी महल के जिम्मेदारों और उलमा की एक अहम मीटिंग मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की अध्यक्षता में हुई। मौलाना ने जिला प्रशासन के अधिकारियों का ध्यान इस बात पर दिलाया कि रमजान के पवित्र महीने में पूरे शहर, विशेष रूप से मुस्लिम बहुल्य क्षेत्रों में सुरक्षा और सफाई की उचित व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को अगर चांद हो जायेगा तो तरावीह उसी रात से शुरू हो जाएगी वरना 1 मार्च से होगी। 

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चांद के दीदार के बाद होगा रमज़ान का आगाज़

चांद दिखने पर पहला रोजा 1 या 2 मार्च को होगा। इस लिए ईदगाह और शहर की सभी मस्जिदों के आस पास सफाई का उचित ध्यान रखा जाये और इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि इफतार, तरावीह व सेहरी के समय बिजली न जाये। मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि तरावही की सबसे बड़ी जमात जामा मस्जिद ईदगाह में होती है जो कि 8 बजे रात से होगी जिसके लिए सुरक्षा और सफाई की व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि ऐशबाग, बिल्लौचपुरा, अकबरी गेट, नक्खास, मौलवी गंज, गोलागंज, अमीनाबाद कसाई बाड़ा, मछली मुहाल, हुसैनाबाद, डालीगंज, खदरा, खुर्रम नगर और अन्य मुस्लिम बहुल्य क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था को सही किया जाए। 

मुसलमानों का पवित्र महीना है रमज़ान 

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मौलाना ने कहा कि रमजानुल मुबारक एक पवित्र महीना है। पूरे महीने मुसलमान इबादत करते हैं। रमजान के बाद ईद का त्यौहार मनाया जाता है। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन इस बात को सुनिश्चित बनाये कि शहर में विशेष तौर पर पुराने शहर में किसी को भी अमन व शान्ति के साथ खिलवाड़ न करने दिया जाए। मौलाना ने अवाम से अपील की कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी के बहकावे में भी न आयें। मीटिंग में इस बात की भी मांग की गयी सेहरी के समय पानी की अतिरिक्त सप्लाई दी जाये जिससे रोजेदारों को कोई परेशानी न हो।

पुलिस अधिकारी ने दिलाया भरोसा

डीसीपी पश्छिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बैठक में उपस्थित तमाम लोगों को सम्बोधित करते हुए यह आश्वासन दिलाया कि इस वर्ष सम्पूर्ण व्यवस्था पहले से अच्छी करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होने ने सभी विभागों के अधिकारियों को ओदश दिया कि रमजान की तैय्यारियों को वक्त से पहले पूरा कर लिया जायें। उन्होंने कहा कि रमजान जैसे पवित्र महीने में अमन व शान्ति भंग करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा और उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी और उन्होने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को इस सिलसिले में विस्तार से आदेश जारी किये और इमाम ईदगाह लखनऊ को यकीन दिलाया कि इस साल और अच्छी व्यवस्था की जा रही है।

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