लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सख्त रुख अपनाते हुए सभी जोनल सेनेटरी अधिकारियों को दो दिन के भीतर अपने-अपने क्षेत्रों की नालियों का सर्वेक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम एक आपात सेवा प्रदाता संस्था है, इसलिए नागरिकों की शिकायतों का निस्तारण अत्यंत शीघ्रता से होना चाहिए।
लापरवाही पर की जाएगी सख्त कार्रवाई
नगर आयुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था का प्रतिदिन निरीक्षण करें और प्रतिक्रिया समय को कम करने के लिए ठोस कदम उठाएं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शिकायतों के निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही पर जिम्मेदारी तय करते हुए संबंधित कर्मचारियों एवं अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारी स्वयं उपस्थिति की करें जांच
नगर आयुक्त ने नालियों की नियमित सफाई और रखरखाव पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि नालियों की सही स्थिति का आंकलन कर उनकी समय-समय पर सफाई सुनिश्चित कराई जाए। साथ ही, सर्वेक्षण रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की त्रुटि या गड़बड़ी को गंभीरता से लिया जाएगा। सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति पर भी सख्ती बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं उपस्थिति की जांच करें और यदि किसी भी कर्मचारी की फर्जी हाजिरी पाई गई, तो संबंधित कर्मचारी के साथ ही निरीक्षण करने वाले अधिकारी पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नागरिकों को समान स्तर की सुविधाएं दी जाएं
नाली सफाई को लेकर नगर आयुक्त ने विशेष दिशा-निर्देश दिए कि सफाई कार्य केवल उसी दिन कराया जाए जब सिल्ट उठाने की व्यवस्था भी मौजूद हो। यदि उस दिन संसाधन उपलब्ध नहीं हैं, तो नाली सफाई का कार्य टाल दिया जाए। उन्होंने कहा कि नाली से निकली गंदगी यदि सड़क पर पड़ी रह जाती है, तो इससे नगर निगम की छवि खराब होती है और नागरिकों में असंतोष बढ़ता है।
पुराने नए क्षेत्रों में विकास कार्यों में न हो भेदभाव
नगर आयुक्त ने हाल ही में नगर निगम में शामिल हुए विस्तारित क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुराने और नए क्षेत्रों में विकास कार्यों में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए और सभी नागरिकों को समान स्तर की सुविधाएं दी जाएं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर किसी भी जोन में गंदगी मिली तो उसकी सीधी जिम्मेदारी वहां के जोनल अधिकारी और जेएडएसओ पर तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि कूड़ा-कचरा न उठने या सफाई व्यवस्था में गड़बड़ी के लिए संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।