लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर सियासी घमासान जारी है। नागपुर बवाल पर मंगलवार सुबह बसपा प्रमुख मायावती का बयान सामने आया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि महाराष्ट्र में किसी की भी कब्र व मज़ार आदि को क्षति पहुंचाना व तोड़ना ठीक नहीं, क्योंकि इससे वहां आपसी भाईचारा, शान्ति व सौहार्द आदि बिगड़ रहा है। सरकार ऐसे मामलों में खासकर नागपुर के अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे वरना हालात काफी बिगड़ सकते हैं, जो ठीक नहीं।
'छावा' रिलीज के बाद औरंगजेब की कब्र पर बवाल
दरअसल, हाल ही में विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' रिलीज हुई, जिसके बाद औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर जमकर सियासत की जा रही है। औरंगजेब की कब्र औरंगाबाद (अब छत्रपति संभाजीनगर) से 25 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद खुल्दाबाद में है। औरंगजेब का ये मकबरा सन 1707 में कच्ची मिट्टी से बनवाया गया था, जिसके बाद इसमें लॉर्ड कर्जन ने मार्बल चढ़वा दिए थे।
धार्मिक ग्रंथ जलाने की अफवाह में बाद तनाव
औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर दक्षिणपंथी संगठनों के प्रदर्शन के दौरान सोमवार दोपहर को अफवाह उड़ी कि धार्मिक ग्रंथ जलाए जा रहे हैं। जिसके बाद नागपुर में तनाव फैल गया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। इसमें कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए चिटनिस पार्क और महल क्षेत्र में आंसू गैस के गोले दागने के साथ के साथ लाठीचार्ज करना पड़ा।
उपद्रवियों वाहनों में लगाई आग, घरों पर पत्थर फेंके
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने महल इलाके में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया। इसकेबाद हंगामा शुरू हो गया। बजरंग दल ने दावा किया कि उसने औरंगजेब का पुतला जलाया। अधिकारियों के अनुसार, चिटनिस पार्क से लेकर शुक्रवारी तालाब रोड तक सबसे ज्यादा हिंसा हुई। यहां उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और घरों पर पत्थर फेंके।