लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। कांग्रेस संगठन महासचिव एवं निजामाबाद विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अनिल यादव लगातार क्षेत्र में नमस्ते निजामाबाद नाम से अभियान चला रहे हैं। इस अभियान के तहत छोटी-छोटी बैठकें की जा रही हैं जिनमें निजामाबाद की बुनियादी समस्याओं पर चर्चा की जा रही है।
हरिऔध की धरती को डिग्री कॉलेज का इंतजार
जमीनबारी में आयोजित बैठक में अनिल यादव ने कहा कि पूरे क्षेत्र में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, लेकिन शासन-प्रशासन पूरी तरह से निष्क्रिय है। जमीनबारी, जो निजामाबाद मुख्यालय से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है, वहां आज तक एक प्राथमिक विद्यालय तक नहीं बन पाया है। यह गांव तमसा नदी के किनारे स्थित है, लेकिन आवागमन के लिए यहां कोई पुल नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में निजामाबाद को हिंदी के महान कवि हरिऔध, राहुल सांकृत्यायन और मौलाना वहीदुद्दीन के नाम से जाना जाता है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी यहां के नौजवान एक डिग्री कॉलेज के लिए तरस रहे है।
लड़कियों की हो रही शिक्षा बाधित
अनिल यादव ने कहा कि डिग्री कॉलेज न होने से सबसे अधिक नुकसान लड़कियों की शिक्षा को होता है। गांव-ग़रीब की बेटियां उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाती हैं, लेकिन विधायकों, सांसदों और सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। बैठक में राजकुमार यादव, विकास यादव, दूधनाथ विश्वकर्मा, आलमगीर, सत्यनारायण विश्वकर्मा, झीनक सोनकर, केदारनाथ मौर्य, मेवा सोनकर, बृजलाल, इंदल यादव, विश्वनाथ यादव, दयाशंकर यादव सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित थे।