लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ के नए नगर आयुक्त गौरव कुमार ने गुरुवार को औपचारिक रूप से अपना कार्यभार संभाल लिया। नगर निगम मुख्यालय में पूर्व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने उन्हें पदभार सौंपा। इस अवसर पर निगम के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। पदभार ग्रहण करने के बाद गौरव कुमार ने साफ शब्दों में कहा कि उनका लक्ष्य केवल कुर्सी पर बैठना नहीं है, बल्कि शहर को साफ, व्यवस्थित और भ्रष्टाचार-मुक्त बनाना है। उन्होंने बताया कि वे नगर निगम की कार्यशैली में गति, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने की दिशा में ठोस प्रयास करेंगे।
जलभराव से निपटने के लिए समय से पहले होगी तैयारी
गौरव कुमार ने कहा कि शहर की सबसे बड़ी मौसमी समस्या से निपटने के लिए अभी से ही कार्य योजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि बरसात के समय लोगों को जलभराव की परेशानी न उठानी पड़े। इसके लिए नालों की नियमित सफाई, जल निकासी व्यवस्था की मॉनिटरिंग और तकनीकी समाधान को प्राथमिकता दी जाएगी। नए नगर आयुक्त ने पूर्व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा, शहर को संवारने में इंद्रजीत सिंह जी का योगदान अहम रहा है। मैं भी उसी प्रकार की निष्ठा और कर्मठता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करूंगा।
चंडीगढ़ से लखनऊ तक की प्रशासनिक यात्रा
गौरव कुमार मूल रूप से चंडीगढ़ के निवासी हैं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास की और 2018 बैच में चयनित हुए। लखनऊ में यह उनकी दूसरी पोस्टिंग है। इससे पहले वे लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) के रूप में 20 दिनों तक कार्यरत रहे।
प्रशासनिक अनुभव की पुख्ता नींव
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने अपनी ट्रेनिंग श्रावस्ती और कानपुर में पूरी की। इसके बाद वे आज़मगढ़ में संयुक्त मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त हुए। उन्होंने गोंडा में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) और हाल ही में प्रयागराज में भी सीडीओ के रूप में सेवाएं दीं। इन सभी अनुभवों ने उन्हें नगर प्रशासन की गहराइयों को समझने और बेहतर योजनाएं लागू करने की क्षमता दी है।
जनता से सहयोग की अपील
कार्यभार संभालने के साथ ही गौरव कुमार ने लखनऊवासियों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा की किसी भी शहर को संवारने का काम अकेले प्रशासन नहीं कर सकता। जब तक नागरिक जागरूक और सहयोगी नहीं होंगे, तब तक बदलाव अधूरा रहेगा। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे स्वच्छता अभियान में सहभागी बनें और समस्याओं को समय रहते साझा करें।
हर नागरिक की भागीदारी से सजेगा स्वच्छ लखनऊ
गौरव कुमार ने कहा कि शहर की साफ-सफाई केवल नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें नागरिकों की भी भागीदारी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को दुरुस्त किया जाएगा और घर-घर कूड़ा संग्रहण, सार्वजनिक स्थानों की नियमित सफाई और कचरा निस्तारण की प्रक्रिया को तकनीकी आधार पर सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने स्वच्छता रैंकिंग में लखनऊ को शीर्ष पर लाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया।
टैक्स प्रणाली होगी पारदर्शी और सरल
नगर आयुक्त ने नगर निगम की आय बढ़ाने और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए टैक्सेशन प्रणाली को मजबूत और पारदर्शी बनाने की बात कही। संपत्ति कर सहित अन्य करों की वसूली में पारदर्शिता लाई जाएगी, और करदाताओं को डिजिटल माध्यमों से भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
बरसात में नहीं होगा जल भराव, मिलेगी स्थायी राहत
लखनऊ के कई क्षेत्रों में हर वर्ष बरसात के दौरान जल भराव की गंभीर समस्या उत्पन्न होती है। श्री कुमार ने इसे नगर निगम की प्राथमिक चुनौतियों में से एक बताया और कहा कि जल निकासी की प्रणाली को दुरुस्त करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। इसके लिए नालियों की समयबद्ध सफाई, ड्रेनेज नेटवर्क की मैपिंग और निगरानी की व्यवस्था की जाएगी।
शिकायतों का होगा डिजिटल और समयबद्ध निपटारा
नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम को एक जनोन्मुखी संस्था के रूप में कार्य करना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं होगा। जनता की शिकायतों के समाधान के लिए एक प्रभावी शिकायत निवारण प्रणाली लागू की जाएगी, जिसमें ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने से लेकर समयबद्ध समाधान तक की व्यवस्था होगी।
सभी वर्गों के सहयोग से होगा संतुलित विकास
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा कि वे निगम अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों, स्थानीय नागरिकों, सामाजिक संगठनों और युवाओं के साथ मिलकर शहर के सर्वांगीण विकास की दिशा में कार्य करेंगे। उनका मानना है कि जब सभी वर्गों की भागीदारी होती है, तभी शहर का समुचित और संतुलित विकास संभव होता है।