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भाषा विश्वविद्यालय : फैकल्टी ऑफ लॉ में नौ संविदा शिक्षकों की नियुक्ति, दो बर्खास्त शिक्षक बहाल

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के विधि संकाय में नौ संविदा शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो गई है। इनमें एक एसोसिएट प्रोफेसर और आठ सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति शामिल है।

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Abhishek Mishra
Khwaja Moinuddin Chishti Language University

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय

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लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में विधि संकाय के लिए संविदा शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में इन नियुक्तियों पर अंतिम मुहर लगाई गई। लंबे समय से शिक्षकों की प्रतीक्षा कर रहे छात्रों को अब नियमित अध्यापन सुविधा मिलने की उम्मीद है।

अतिथि शिक्षकों के जरिए कक्षाएं हो रही थी संचालित

वर्ष 2023 में स्थापित विधि संकाय में बीए-एलएलबी, तीन वर्षीय एलएलबी और एलएलएम पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। अप्रैल 2024 में शिक्षकों की नियुक्ति हेतु विज्ञापन जारी किया गया था, लेकिन प्रशासनिक अड़चनों के कारण प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी। इस दौरान अतिथि शिक्षकों के जरिए कक्षाएं संचालित की जाती रहीं।

सहायक प्रोफेसरों की नियुक्तियों को स्वीकृति

नए कुलपति प्रो. अजय तनेजा के कार्यभार संभालने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया को गति मिली और शुक्रवार को संपन्न कार्यपरिषद की बैठक में एक एसोसिएट प्रोफेसर और आठ सहायक प्रोफेसरों की नियुक्तियों को स्वीकृति दी गई। कुलसचिव महेश कुमार ने बताया कि सभी नियुक्तियां स्ववित्तपोषित प्रणाली के अंतर्गत की गई हैं।

दो बर्खास्त शिक्षक सेवा में बहाल

इंजीनियरिंग संकाय के दो पूर्व शिक्षकों डॉ. मानवेंद्र सिंह और डॉ. ममता शुक्ला को विश्वविद्यालय ने पुनः सेवा में शामिल कर लिया है। दोनों को मार्च 2025 में कार्यपरिषद की बैठक में अर्हता अधूरी होने के आधार पर सेवा से हटाया गया था। इस फैसले के खिलाफ उन्होंने कुलाधिपति के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी। राज्यपाल ने मामले की जांच उच्च स्तरीय समिति से कराने और निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद शुक्रवार को दोनों को पुनः नियुक्त कर लिया गया।

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