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लखनऊ के 400 परिषदीय स्कूलों में शुरू होगी स्मार्ट क्लास
नए सत्र 2025-26 से शहर के 400 परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास के जरिए पढ़ाई शुरू होगी। इस पहल से करीब 30 हजार बच्चों को लाभ मिलेगा। शुक्रवार को पहले चरण में 100 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य विकास भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षकों को ऑनलाइन और स्मार्ट क्लास के फायदों के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही, उन्हें यह भी सिखाया गया कि आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर वे पढ़ाई को अधिक रोचक और प्रभावी कैसे बना सकते हैं।
आईआईटी मद्रास की प्रवर्तक संस्था के साथ एमओयू
राज्य परियोजना व स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से आईआईटी मद्रास की प्रवर्तक संस्था के साथ निःशुल्क एमओयू किया गया है। इसके तहत शिक्षकों को स्मार्ट क्लास के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह शिक्षक आगामी सत्र से डिजिटल तकनीक की मदद से बच्चों को पढ़ाएंगे।
प्रायोगिक शिक्षा पर जोर
आईआईटी मद्रास के परियोजना सलाहकार नागाराजन ने बताया कि डिजिटल माध्यम से छोटे बच्चे अधिक आसानी से और रोचक तरीके से सीख सकते हैं। उन्होंने कहा कि रटने की बजाय व्यावहारिक शिक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए, क्योंकि बच्चे देखकर ज्यादा तेजी से सीखते हैं। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन, बीएसए राम प्रवेश, बीईओ मुख्यालय राम प्रवेश समेत अन्य अधिकारी और शिक्षक मौजूद रहे।
इस तरह होगी स्मार्ट क्लास
स्मार्ट क्लास के तहत स्कूलों में इंटरैक्टिव बोर्ड, डिस्प्ले और ऑडियो-विजुअल सेटअप लगाया गया है। प्रशिक्षित शिक्षक आगे अपने सहयोगी शिक्षकों को भी प्रशिक्षण देंगे। मार्च तक 300 अन्य स्कूलों के शिक्षकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। एक अप्रैल से जब बच्चे स्कूल लौटेंगे, तो उन्हें स्मार्ट क्लास के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। शहर में कुल 1618 परिषदीय स्कूल हैं, जिनमें से 378 स्कूलों में पहले ही स्मार्ट क्लास की व्यवस्था हो चुकी है। मार्च तक 22 और स्कूलों में यह सुविधा लागू कर दी जाएगी।