लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लोहिया वाहिनी की ओर दिए गए फोटो को लेकर मचे बवाल को देखते हुए समजावादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (akhilesh yadav) ने अपना रुख स्पष्ट किया है। सपा प्रमुख ने कहा कि कार्यकर्ता लालचंद गौतम से गलती हुई है। उन्हें समझाया दिया है कि मेरी फोटो किसी महापुरुष के साथ आगे से नहीं लगाएं। समाजवादी लोहिया वाहिनी के सभी कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि भविष्य में किसी महापुरुष के साथ किसी भी नेता की फोटो को साझा नहीं किया जाए।
अखिलेश ने भाजपा पर कसा तंज
अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि क्या भारतीय जनता पार्टी के लोग अपने नेता को समझाएंगे। उनका इशारा गृहमंत्री अमित शाह की ओर था। अंबेडकर-अखिलेश वाले पोस्टर पर मचे बवाल के दौरान सपा मीडिया सेल ने अमित शाह और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की फोटो पोस्ट की थी। इसमें भी सरदार पटेल की आधी तस्वीर काटकर वहां अमित शाह का चेहरा लगाया गया था। उन्होंने कहा कि PDA हेल्पलाइन बन गई है तो हमें PDA का डेटा सेंटर भी बना लेना चाहिए। पीडीए के डेट की थोड़ी झलकियां देखकर सरकार को बुखार आ गया।
पीडीए की एकजुटता की हुई जीत
सपा प्रमुख ने भाजपा के जाति जनगणना के फैसले पर कहा कि यह 90 प्रतिशत पीडीए की एकजुटता का परिणाम है। जिसकी बदौलत 100 प्रतिशत जीत हुई। उन्होंने कहा कि सरकार जाति जनगणना के लिए तैयार नहीं थी। लेकिन पीडीए की ताकत से धबराकर सरकार को विपक्ष की बात माननी पड़ी। यह सामाजिक न्याय के राज की स्थापना की शुरुआत है। मैं मानता हूं ये INDIA की जीत हुई है। उससे भी बड़ी जीत बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के दिए गए संविधान की है। उन्होंने भाजपा पर चुनावों में धांधली करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जाति जनगणना में ऐसा कर सकती है।
यूपी में रालोद को झटका
दूसरे दलों के नेताओं का समाजवादी पार्टी में आने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को युवा राष्ट्रीय लोक दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वसीम रजा समेत 49 नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। वसीम का अपने समर्थकों के साथ के सपा में शामिल होने से यूपी में रालोद को बड़ा झटका लगा है। अखिलेश यादव ने सभी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि इनके आने से पार्टी को समय-समय पर और लोगों को जोड़ने और समझने में सहयोग मिलेगा।