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पुलिस लाइंस में वॉर मॉकड्रिल का हुआ अभ्यास Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच संभावित युद्ध की स्थित से निपटने के लिए सात मई को केंद्र सरकार के आदेश पर एक मॉक ड्रिल होगी। इसी के चलते देश के अलग-अलग राज्यों के चिन्हित शहरों में मॉकड्रिल का अभ्यास किया गया। इसी कड़ी में लखनऊ के पुलिया लाइंस में भी मंगलवार को मॉकड्रिल का अभ्यास हुआ। इस दौरान सायरन बजते ही लोग जमीन में लेट गए। हमले की स्थिति में राहत और बचाव कार्य कैसे किया जाए, इसकी आम नागरिकों को ट्रेनिंग दी गई।
मॉकड्रिल में दिया गया रेस्क्यू प्रशिक्षण
पुलिस लाइंस में हुए मॉकड्रिल रिहर्सल के दौरान लोगों को घायल होने की स्थिति में अस्पताल पहुंचाने की ट्रेनिंग दी गई। इसके अतिरिक्त गोली लगने की स्थिति या हवाई हमले के दौरान क्या किया जाए, इसकी ट्रेनिंग भी दी गई। सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन अधिकारी अमरनाथ मिश्र ने लखनऊ के 18 डिवीजन प्रमुखों के साथ समन्वय कर सिविल डिफेंस के 1500 सदस्यों अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
बम धमकी और बमबारी से निपटने की ट्रेनिंग
चीफ वार्डन अमर नाथ मिश्रा ने बताया कि यह मॉक ड्रिल हमारे नियमित अभ्यास का हिस्सा है। केंद्र और राज्य सरकार के निर्देशों के तहत इसे दोबारा से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आपात स्थिति से निपटने के लिए जनता को सतर्क और जागरूक करना हमारा काम है। इस बार की मॉक ड्रिल में बम की धमकी या बमबारी जैसी स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन कैसे किया जाए और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कैसे की जाए, इसकी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कल सात मई की रात ‘ब्लैक आउट’ अभ्यास के तहत शहर में सभी लोगों को अंधेरे में रहने का अभ्यास कराया जाएगा।