लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
शासन ने शुक्रवार देर शाम लोक निर्माण विभाग (PWD) के छह अभियंताओं के तबादले कर दिए। चहेतों को ठेका देने के आरोप में दो अधीक्षण अभियंताओं (Superintending Engineers) और एक मुख्य अभियंता (Chief Engineer) को हटा दिया गया है। तीनों को प्रमुख अभियंता कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। उनकी जगह पर तीन अन्य को तैनाती दी गई है।
चहेते ठेकेदारों को टेंडर दिलाने का आरोप
देवीपाटन मंडल में लोक निर्माण विभाग के ठेकों में अनियमितताओं की शिकायतें काफी समय से सामने आ रही थीं। तय दर से कम पर टेंडर जारी कर कुछ अभियंता अपने चहेते ठेकेदारों टेंडर दिलवा रहे थे। बहराइच से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पद्मसेन चौधरी ने इस मामले में मंडल के मुख्य अभियंता अवधेश शरण चौरसिया और अधिशासी अभियंता भगवान दास की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी।
अभियंताओं ने शासन पर डाला दोष
इससे पहले एमएलसी ने दोनों अभियंताओं से मुलाकात कर टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर बात भी की। लेकिन अभियंताओं ने इसका दोष शासन पर डाल दिया था। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बाद जांच के निर्देश दिए गए। जांच में आरोप सही पाए जाने पर दोनों अभियंताओं के साथ ही गोंडा वृत्त के अधीक्षण अभियंता लाल जी को उनके पद से मुक्त करके प्रमुख अभियंता कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया।
मुख्य अभियंता अखिलेश कुमार मेरठ से भेजे गए गोंडा
इनके अलावा प्रमुख अभियंता कार्यालय से सम्बद्ध अजय भास्कर को स्थानांतरित कर बहराइच-श्रावस्ती सर्किल में में तैनात किया गया है। मुख्य अभियंता अखिलेश कुमार दिवाकर को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) मेरठ से देवीपाटन गोंडा क्षेत्र में तैनात किया गया है। वहीं, अधीक्षण अभियंता 39वां वृत्त योगेंद्र सिंह को स्थानांतरित करते हुए गोंडा वृत्त में तैनाती दी गई है।