लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज लखनऊ में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हो सकते हैं। भारतीय सेना के खिलाफ की गई टिप्पणी के मामले में अदालत ने 11 फरवरी को उन्हें समन भेजा था। जिसमें यह कहा गया था कि राहुल गांधी का यह बयान उनके संसदीय कर्तव्यों का हिस्सा नहीं माना जा सकता। इसलिए उन्हें कानून के तहत विशेष सुरक्षा नहीं मिलेगी। 24 मार्च को कोर्ट में पेश होना होगा। राहुल गांधी पर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जयपुर में सेना के खिलाफ अपमानजनक बयान दिए जाने का आरोप है।
बीआरओ के पूर्व डायरेक्टर ने दर्ज कराई थी शिकायत
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के पूर्व निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने 16 दिसम्बर 2022 को राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके आधार पर उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया गया था। शिकायत में यह आरोप लगाया गया था कि दिसंबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गांधी की टिप्पणियों ने सेना का अपमान किया और भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात सैनिकों के प्रयासों को कमजोर किया। शिकायत का संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) अदालत ने मामले में गांधी को आरोपी के रूप में तलब किया।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
राहुल गांधी ने 6 दिसंबर, 2022 को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि चीन ने भारत की दो हजार वर्ग किलोमीटर भूमि कब्जा कर लिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि चीन एक ऐसा देश है जिसने हमारे सैनिकों की हत्या की है और अरुणाचल प्रदेश में हमारे सैनिकों को पीट रहा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर को नसीहत देते हुए राहुल ने कहा था कि उन्हें अपनी सोच और समझ को विस्तार देना चाहिए। क्योंकि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और सरकार इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रही है। साथ ही इससे संबंधित जानकारियों को छुपाने की कोशिश की जा रही है।
भारतीय सेना की ओर से आई थी कड़ी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के बयान के बाद भारतीय सेना की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई थी। सेना ने 12 दिसंबर 2022 को आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा था कि चीनी सेना ने अवैध रूप से अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश किया, लेकिन भारतीय सेना ने उचित जवाब दिया, जिससे उन्हें पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा।
Rahul Gandhi आज लखनऊ कोर्ट में हो सकते हैं पेश, सेना पर टिप्पणी मामले में अदालत ने भेजा था समन
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज लखनऊ में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हो सकते हैं। भारतीय सेना के खिलाफ की गई टिप्पणी के मामले में अदालत ने 11 फरवरी को उन्हें समन भेजा था।
राहुल गांधी आज लखनऊ कोर्ट में हो सकते हैं पेश Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज लखनऊ में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हो सकते हैं। भारतीय सेना के खिलाफ की गई टिप्पणी के मामले में अदालत ने 11 फरवरी को उन्हें समन भेजा था। जिसमें यह कहा गया था कि राहुल गांधी का यह बयान उनके संसदीय कर्तव्यों का हिस्सा नहीं माना जा सकता। इसलिए उन्हें कानून के तहत विशेष सुरक्षा नहीं मिलेगी। 24 मार्च को कोर्ट में पेश होना होगा। राहुल गांधी पर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जयपुर में सेना के खिलाफ अपमानजनक बयान दिए जाने का आरोप है।
बीआरओ के पूर्व डायरेक्टर ने दर्ज कराई थी शिकायत
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के पूर्व निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने 16 दिसम्बर 2022 को राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके आधार पर उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया गया था। शिकायत में यह आरोप लगाया गया था कि दिसंबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गांधी की टिप्पणियों ने सेना का अपमान किया और भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात सैनिकों के प्रयासों को कमजोर किया। शिकायत का संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) अदालत ने मामले में गांधी को आरोपी के रूप में तलब किया।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
राहुल गांधी ने 6 दिसंबर, 2022 को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि चीन ने भारत की दो हजार वर्ग किलोमीटर भूमि कब्जा कर लिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि चीन एक ऐसा देश है जिसने हमारे सैनिकों की हत्या की है और अरुणाचल प्रदेश में हमारे सैनिकों को पीट रहा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर को नसीहत देते हुए राहुल ने कहा था कि उन्हें अपनी सोच और समझ को विस्तार देना चाहिए। क्योंकि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और सरकार इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रही है। साथ ही इससे संबंधित जानकारियों को छुपाने की कोशिश की जा रही है।
भारतीय सेना की ओर से आई थी कड़ी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के बयान के बाद भारतीय सेना की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई थी। सेना ने 12 दिसंबर 2022 को आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा था कि चीनी सेना ने अवैध रूप से अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश किया, लेकिन भारतीय सेना ने उचित जवाब दिया, जिससे उन्हें पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा।