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राजभवन में राजस्थान के रंग, लोक गीतों और नृत्य की अद्भुत प्रस्तुतियों ने मोहा मन

राजभवन में शनिवार को राजस्थान का स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया गया। इस अवसर पर राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हुए कलाकारों ने राजस्थानी लोक गीत, चरी नृत्य, कालबेलिया नृत्य, भवई नृत्य और घूमर नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दीं।

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Deepak Yadav
राजभवन में मनाया गया का राजस्थान स्थापना दिवस

राजभवन में मनाया गया का राजस्थान स्थापना दिवस Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

राजभवन में मनाया गया का राजस्थान स्थापना दिवस

राजभवन के गांधी सभागार में शनिवार को राजस्थान का स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया गया। इस अवसर पर राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हुए कलाकारों ने राजस्थानी लोक गीत, चरी नृत्य, कालबेलिया नृत्य, भवई नृत्य और घूमर नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दीं।

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राज्यपाल ने राजस्थान की प्रगति की कामना की

अपर मुख्य सचिव डॉ सुधीर महादेव बोबडे ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल  की अनुपस्थिति में उनका संदेश पढ़कर सुनाया। राज्यपाल ने राजस्थान की गौरवशाली परंपराओं, समृद्ध इतिहास और विकास यात्रा की सराहना करते हुए राज्य की निरंतर प्रगति की कामना की। उन्होंने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' संकल्प के तहत इस आयोजन को राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया। राज्यपाल ने कहा कि राजस्थान अपने एतिहासिक दुर्गों, समृद्ध कला, परंपरागत व्यंजनों और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को स्मरण करते हुए राजस्थान के निर्माण में उनके प्रयासों की सराहना की।

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सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने आयोजन को बनाया यादगार 

कार्यक्रम में राजस्थान की सांस्कृतिक विशेषताओं पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी और डॉक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत की गई। इसमें  राज्य की ऐतिहासिक विरासत, पर्यटन स्थलों और लोक परंपराओं का अद्भुत प्रदर्शन किया गया। राजभवन के प्रांगण में रंगोली की कलात्मक सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने इस आयोजन को यादगार बना दिया। अतिथियों ने कलाकारों की प्रस्तुतियों की भरपूर सराहना की। 

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