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KGMU में पहली बार रोबोटिक हर्निया सर्जरी, मरीज एक दिन में डिस्चार्ज

कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद और उनकी विशेषज्ञ टीम के प्रयासों से यह तकनीक केजीएमयू में लाई गई है। जो न केवल शोध और ट्रेनिंग में मदद करेगी, बल्कि आज जनता के लिए सस्ती दरों पर आधुनिक सर्जरी का विकल्प भी बनेगी।

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Deepak Yadav
केजीएमयू में पहली बार रोबोटिक हर्निया सर्जरी

केजीएमयू में पहली बार रोबोटिक हर्निया सर्जरी Photograph: (Social Media)

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लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। चिकित्सा क्षेत्र में नई तकनीकों से मरीजों का इलाज करने में डॉक्टरों और रोगियों दोनों के लिए सुविधाएं बढ़ रही हैं। इसी कड़ी में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में भारत में निर्मित कम लागत वाला रोबोटिक सर्जरी सिस्टम 'मंत्रा' (MANTRA) से पहली बार इनगुइनल हर्निया की सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है। नौ मई को ऑपरेशन के बाद अगले दिन मरीज को केजीएमयू से छुट्टी दे दी गई। मरीज को फॉलोअप के लिए ओपीडी में बुलाया जाएगा।

शोध, ट्रेनिंग में भी मिलेगी मदद

कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद और उनकी विशेषज्ञ टीम के प्रयासों से यह तकनीक केजीएमयू में लाई गई है। जो न केवल शोध और ट्रेनिंग में मदद करेगी, बल्कि आज जनता के लिए सस्ती दरों पर आधुनिक सर्जरी का विकल्प भी बनेगी। फिलहाल शुरूआती केस में मरीजों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जा रहा है। लेकिन भविष्य में अत्यधिक रियायती दरों पर रोबोटिक सर्जकी की सुविधा आम जनता को मिलेगी।

सर्जरी करने वाली डॉक्टरों की टीम

इस एतिहासिक सर्जरी को प्रोफेसर डॉ. हरविंदर सिंह पाहवा, डॉ. अजय कुमार पाल (अतिरिक्त प्रोफेसर), और डॉ. हर्ष (रेजिडेंट डॉक्टर) की टीम ने अंजाम दिया। एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. विनोद श्रीवास्तव और उनकी टीम ने एनेस्थीसिया की जिम्मेदारी संभाली। 

रोबोटिक सर्जरी के लाभ

  • 3डी विजन के साथ अत्यधिक सटीकता 
  • छोटे चीरे, कम दर्द और तेज रिकवरी।
  • जटिल और न्यूनतम चीर-फाड़ वाली सर्जरी के लिए उपयुक्त।
  • भविष्य में में इस तकनीक से इनगुइनल और वेंट्रल हार्निया के आलवा कई जटिल ऑपरेशन केजीएमयू में संभव होंगे।
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