लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS) में अब रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू हो गई है। यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट विभाग में दा विंची एक्सआई डबल कंसोल सिस्टम का इस्तेमाल कर दो मरीजों की सफल सर्जरी की गई। इससे पहले यह सुविधा सिर्फ संजय गांधी पीजीआई में उपलब्ध थी। लोहिया संस्थान में शुरुआती 200 मरीजों की सर्जरी निःशुल्क की जाएगी।
पहली रोबोटिक सर्जरी सफल
संस्थान के यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट विभाग के अध्यक्ष डॉ. ईश्वर राम धायल ने बताया कि जिन 200 मरीजों को पहले से सर्जरी की तारीख दी गई थी, उनकी सर्जरी मुफ्त की जाएगी। इसके बाद इस तकनीक के लिए शुल्क निर्धारित किया जाएगा। हाल ही में बाराबंकी निवासी 68 वर्षीय भगवती और अंबेडकरनगर निवासी 27 वर्षीय लक्ष्मी नारायण की रोबोटिक माध्यम से किडनी निकाली गई। मेडिकल टर्म्स में इसे नेफ्रोटिक सर्जरी कहा जाता है। दोनों मरीज अब स्वस्थ हैं और जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। संस्थान ने अत्याधुनिक रोबोटिक सिस्टम 28 करोड़ रुपये की लागत से खरीदा है। यह रोबोट किडनी, लिवर, आंत और कैंसर समेत अन्य जटिल सर्जरी में उपयोग किया जाएगा।
कम खर्च में अत्याधुनिक इलाज
संस्थान के निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि संस्थान का लक्ष्य आम जनता को उन्नत और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। रोबोटिक सर्जरी की सुविधा अब तक कुछ ही सरकारी संस्थानों में थी, लेकिन अब लोहिया संस्थान में भी यह तकनीक मरीजों को सुलभ होगी। इससे कम आय वर्ग के मरीजों को भी उन्नत चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सकेगा।