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लखनऊ नगर निगम में बजट को लेकर मचा बवाल
लखनऊ के नगर निगम मुख्यालय में चल रही बजट बैठक के दौरान माहौल गरमा गया। पार्षद निधि समेत कई अहम मुद्दों पर तीखी बहस और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला देखने को मिला। स्थिति को संभालने के लिए सदन की कार्यवाही दो बार दस दस मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। बैठक के दौरान भाजपा पार्षद मोंटी सिंह बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लेकर सदन में पहुंचे। उन्होंने मेयर की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पार्षद निधि के बंटवारे में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है।
अंबेडकर की तस्वीर लेकर पहुंचे पार्षद
भाजपा पार्षद मोंटी सिंह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के साथ बैठक में पहुंचे थे। उन्होंने महापौर पर निधि को लेकर मनमानी का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया कि जब कुछ प्रस्ताव कार्यकारिणी में पारित ही नहीं हुए,तो उन्हें संकल्प पत्र में क्यों शामिल किया गया। वहीं भाजपा के ही पार्षद रघुनाथ शुक्ला ने निधि की राशि बढ़ाए जाने के बाद खर्च की जाने वाली श्रेणियों पर आपत्ति जताई। इस पर महापौर ने 10 मार्च को कार्यकारिणी बैठक के बहिष्कार को लेकर पार्षदों से सफाई मांगी और यह भी पूछा कि विकास मद के साथ अन्य मदों में भी धनराशि क्यों खर्च की गई।
निधि के मदों पर उठे सवाल
नगर निगम मुख्यालय में विरोध तेज हो गया। कई भाजपा पार्षदों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले मेयर और नगर आयुक्त खुद अपनी निधि में कटौती की बात कर चुके हैं। लेकिन इस पर अब तक कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया गया है। पार्षदों का कहना है कि जब एक बार निधि घटाने की घोषणा हो चुकी है, तो उस पर अमल भी होना चाहिए। फिलहाल बैठक में लगातार गतिरोध बना हुआ है और हंगामे के हालात बरकरार हैं।