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Ayodhya को पर्यटन का नया आयाम देगा सरयू रिवरफ्रंट, सैलानियों के लिए खुलेगा जल्द

अयोध्या के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने जानकारी दी कि रिवरफ्रंट का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है और इसे तय समयसीमा के भीतर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।

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Abhishek Mishra
Ayodhya

अयोध्या सरयू घाट

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी अयोध्या अब केवल धार्मिक महत्व तक सीमित नहीं रही, बल्कि राज्य सरकार के प्रयासों से यह तीव्र गति से एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में उभर रही है। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही शहर में विभिन्न विकास योजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं। इन्हीं प्रयासों में एक प्रमुख पहल है सरयू रिवरफ्रंट परियोजना, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव देने वाली है।

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23.46 करोड़ से तैयार हो रहा रिवरफ्रंट

पर्यटन विभाग की देखरेख में लगभग 23.46 करोड़ रुपये की लागत से सरयू रिवरफ्रंट का निर्माण किया जा रहा है। इसका उद्देश्य अयोध्या को ऐसा स्थल बनाना है जहां आस्था और आधुनिकता का समन्वय देखने को मिले। रिवरफ्रंट के घाटों पर पत्थर लगाने का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि छतरियों की नींव का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है।

आध्यात्म और आराम का बनेगा संगम स्थल

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यह परियोजना केवल सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे श्रद्धालुओं की आस्था और पर्यटकों की सुविधा दोनों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। सरयू नदी के किनारे श्रद्धालु न सिर्फ स्नान कर सकेंगे, बल्कि योग, ध्यान और अन्य आध्यात्मिक गतिविधियों में भी भाग ले पाएंगे। साथ ही बैठने की जगह, छायादार स्थल, सुंदर पथ और साइनेज जैसी आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

अयोध्या का तेजी से बदलता स्वरूप

राम मंदिर के साथ-साथ अयोध्या में अधोसंरचना का भी बड़े पैमाने पर विस्तार किया जा रहा है। सड़कें चौड़ी की जा रही हैं, नया हवाई अड्डा बन रहा है और रेलवे स्टेशन को भी आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। सरयू रिवरफ्रंट परियोजना न केवल शहर की खूबसूरती बढ़ाएगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगी।

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जल्द आम लोगों के लिए खुलेगा रिवरफ्रंट

अयोध्या के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने जानकारी दी कि रिवरफ्रंट का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है और इसे तय समयसीमा के भीतर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक 100 मीटर लंबी घाट की सीढ़ियों पर पत्थर बिछाए जा चुके हैं, 24 इंटरप्रिटेशन वॉल और शिलालेख भी लगाए जा चुके हैं। नौ छतरियों की नींव पर कार्य तेजी से जारी है। इसके साथ ही शहर में होटलों, गेस्ट हाउसों और यातायात व्यवस्था को भी अपग्रेड किया जा रहा है, ताकि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को हर स्तर पर बेहतर सुविधा मिल सके।

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