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One Nation, One Election पर लखनऊ विश्वविद्यालय में संगोष्ठी, डिप्टी सीएम Keshav Maurya बोले-राष्ट्रहित में आवश्यक

डिप्टी सीएम ने कहा कि बार-बार चुनाव कराए जाने से विकास कार्य बाधित होते हैं और संसाधनों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। यदि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएं तो इससे समय, धन और सरकारी मशीनरी तीनों की बचत होगी।

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Abhishek Mishra
Seminar on One Country, One Election at Lucknow University...

एक देश, एक चुनाव पर लखनऊ विश्वविद्यालय में संगोष्ठी

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में शुक्रवार को एक देश, एक चुनाव विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संयोजन विश्वविद्यालय के नूतन-पुरातन शैक्षिक परिवार ने किया, जिसमें छात्रों की भी सक्रिय सहभागिता रही। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे। उन्होंने कहा चुनाव एक साथ कराए जाएं तो समय, संसाधन और सरकारी मशीनरी की बचत होगी।

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सिर्फ राजनीतिक मुद्दा नहीं राष्ट्र की आवश्यकता

डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि एक देश, एक चुनाव पर संवाद केवल राजनीतिक विमर्श नहीं, बल्कि देश के व्यापक हित का विषय है। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव कराए जाने से विकास कार्य बाधित होते हैं और संसाधनों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। यदि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएं तो इससे समय, धन और सरकारी मशीनरी तीनों की बचत होगी।

मोदी सरकार ने किए असंभव कार्य संभव

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डिप्टी सीएम ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 के बाद से कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना, अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण, और महिलाओं के अधिकारों के लिए 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' को लागू करना, ये सब उदाहरण हैं कि सरकार ने वह कर दिखाया जो कभी असंभव माना जाता था।

देशव्यापी समर्थन, मगर कुछ दलों की राजनीति जारी

डिप्टी सीएम ने जानकारी दी कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित समिति ने इस विषय पर विस्तार से रिपोर्ट तैयार कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपी है। समिति में सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी नेताओं को भी शामिल किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं, जबकि देश की जनता इस विचार का समर्थन कर रही है।

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संस्थाओं पर सवाल उठाना दुर्भाग्यपूर्ण

डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में जब कार्रवाई होती है, तो कुछ नेता लोकतांत्रिक संस्थाओं पर प्रश्नचिह्न लगाने लगते हैं। चुनाव आयोग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी संस्थाओं की निष्पक्षता पर सवाल उठाना गलत परंपरा है। डिप्टी सीएम ने छात्रों और विश्वविद्यालय परिवार से अपील की कि एक देश, एक चुनाव के विचार को गांव-गांव तक पहुंचाएं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने खड़ा होगा।

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