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Lucknow News : 'स्वाभिमानी नारी अवार्ड' से सात महिलाएं सम्मानित, सभागार में गूंजा नारी शक्ति का जयघोष

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के महिला सशक्तिकरण प्रकल्प 'संतुलन' के अंतर्गत आयो​जित कार्यक्रम में संयोजिका साध्वी रितु भारती ने कहा कि नारी सृजन, पोषण और परिवर्तन की शक्ति है।

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Deepak Yadav
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'स्वाभिमानी नारी अवार्ड' से सात महिलाएं सम्मानित

'स्वाभिमानी नारी अवार्ड' से सात महिलाएं सम्मानित Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

राजधनी लखनऊ में रविवार को महिला सम्मलेन आयोजित किया गया। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को 'स्वाभिमानी नारी अवार्ड' से नवाजा गया। सहकारिता भवन के चौधरी चरण सिंह सभागार में प्रिय मिश्रा, वर्षा वर्मा, नेहा सिंह, पुनीता भटनागर, पूर्णिमा पाण्डेय, मीरा दीक्षित और रूबी राज सिंह को महिला सशक्तीकरण के अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए यह सम्मान दिया गया।

नारी सृजन, पोषण और परिवर्तन की शक्ति

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के महिला सशक्तिकरण प्रकल्प 'संतुलन' के अंतर्गत आयो​जित कार्यक्रम में संयोजिका साध्वी रितु भारती ने कहा कि नारी सृजन, पोषण और परिवर्तन की शक्ति है। उसके भीतर समृद्ध समाज का नेतृत्व करने का सामर्थ्य है। दुर्भाग्यवश समाज उसके प्रशंसनीय योगदानों को अनदेखा कर देता है। जिसके कारण वह अपने उत्साह और आत्मविश्वास को खो बैठती है। लखनऊ की नारी शक्ति को दिया गया यह सम्मान समाज में महिलाओं के प्रति आदर को जागृत करेगा।

नारियों को आध्यत्मिक अस्तित्व खोजने की जरूरत

रितु भारती ने कहा कि मौजूदा समय में भले ही महिलाओं ने शैक्षिक, वित्तीय, सामाजिक, राजनीतिक और वैचारिक स्वतंत्रता को हासिल कर लिया है। लेकिन ये ठीक वैसा ही है जैसे गहरे काले आकाश में कुछ तारे टिमटिमाते हैं। नारी सशक्तीकरण की सच्ची भोर लाने के लिए नारियों की अपने आध्यत्मिक अस्तित्व को भी खोजना होगा। 

कुछ लोगों के प्रयास से परिवर्तन संभव नहीं

इस दौरान नारीत्व की आधुनिक चुनौतियों और मुद्दों पर एक पैनल चर्चा हुई। इसमें विभिन्न क्षेत्रों की विख्यात महिलाओं ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के प्रयास से परिवर्तन नहीं आ सकता है। पैनलिस्ट में सेवानिवृत प्रधानाचार्य, सविता शर्मा, लखनऊ विश्वविद्यालय में डीन ऑफ अकेडमिक गीतांजलि मिश्रा, आईपीएस रुचिता चौधरी, समाजसेविका रश्मि दीक्षित, डॉ. नेहा शर्मा और रितु भारती शामिल रहीं। 

महिला पहलवान के जीवन पर आधारित नाट्य का मंचन

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संस्थान के संस्थापक एवं संचालक गुरु आशुतोष महाराज ने तपस्विनी सावित्री, गार्गी, मैत्रेयि, ऋषिका अनुसूया, अक्का महादेवी इत्यादि कई आत्म-जागृत नारियों के दृष्टांत भी सुनाये। सम्मलेन महिला पहलवान अंतिम के जीवन पर आधारित मनोरम नाट्य एवं नृत्य मंचन स्वयं सेविकाओं ने किया। कार्यक्रम का समापन हाई-टी और ग्रुप फोटो के साथ संस्थान की जागरूकता प्रदर्शनी द्वारा किया गया।

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