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संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान
लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में एंडोक्राइन और ब्रेस्ट सर्जरी विभाग को और सशक्त बनाया गया है। विभाग में अब 38 अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था कर दी गई है, जिससे कुल संख्या 70 हो गई है, जबकि पहले यह सिर्फ 32 थी। इस विस्तार के बाद से थायराइड, स्तन कैंसर, डायबिटीज और अन्य ग्रंथि संबंधी रोगों से जूझ रहे मरीजों को अधिक बेहतर और समय पर इलाज मिल सकेगा। खासकर ऐसे मरीज जिन्हें पहले बेड की कमी के कारण भर्ती के लिए इंतजार करना पड़ता था, अब उन्हें राहत मिलेगी।
हर दिन औसतन 150 मरीज पहुंचते है ओपीडी
विभागाध्यक्ष डॉ. गौरख अग्रवाल ने बताया कि जब संस्थान की शुरुआत हुई थी, तब से लेकर अब तक 32 बेड पर ही इलाज किया जाता था। मगर अब रोगियों की संख्या चार गुना तक बढ़ गई है। हर दिन औसतन 150 मरीज ओपीडी में पहुंचते है। ऐसे में बेड कम होने से कई बार जरूरी सर्जरी भी समय पर नहीं हो पाती थी। अब तीसरी मंजिल पर बने नए वार्ड में A और B ब्लॉक में कुल 60 बेड हैं और 10 अतिरिक्त बेड डे-केयर मरीजों के लिए रखे गए हैं, जिससे ऑपरेशन से पहले या बाद में कुछ घंटों की देखभाल की जा सकेगी।
चार नए डॉक्टर जल्द होंगे नियुक्त
डॉ. गौरव अग्रवाल ने बताया कि विभाग में जून तक चार और विशेषज्ञ डॉक्टर जुड़ेंगे। संस्थान ने इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द ही इंटरव्यू भी होंगे। वर्तमान में विभाग में दो मेजर और एक माइनर ऑपरेशन थिएटर कार्यरत हैं, जहां रोजाना दर्जनों सर्जरी की जाती हैं। नए डॉक्टरों के जुड़ने से स्टाफ की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी, जिससे इलाज की प्रक्रिया और तेज तथा सुलभ हो जाएगी।