लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।
नगर निगम जोन 6 में अधिकारी और सुपरवाइजर की लापरवाही से स्वच्छता के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति जारी है। हालात तो यह हैं कि क्षेत्र में गणतंत्र दिवस पर भी सफाई नहीं की गई।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत लखनऊ नगर निगम के पास शहर में साफ सफाई की व्यस्था को दुरुस्त रखने का जिम्मा है। जिसके तहत नाली सफाई, झाड़ू लगना रोज़ के रूटीन का हिस्सा है जो कागज़ों पर तो बखूबी हो रहा है लेकिन जमीनी हक़ीक़त कागज़ों में किए कामों की पोली खोलती है।
मामला लखनऊ नगर निगम जोन 6 का है। यहां दुबग्गा सीतापुर बाईपास का मेन चौराहा हो या दुबग्गा थाने के आसपास का इलाका यहां पर गंदगी का अंबार बना हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार सफाई कर्मी द्वारा महीने में सिर्फ एक या दो बार सफाई होती है। जबकि नगर निगम कर्मियों को रोज़ सफाई करने के आदेश हैं। लेकिन उसके बाद भी सफाई नहीं की जाती है। यहां आने वाले राहगीरों को गंदगी और बदबू की वजह से कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है।
लापरवाही की पराकाष्ठा तो तब पार होती है जब 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) में भी सफाई नहीं की गई। जो हालात तस्वीरों में है वो पहले भी ऐसे ही थे। इस गंदगी के फैले होने से लोग गंदगी के ऊपर से निकलने को मजबूर हैं।
घरों में चलाते हैं अभियान
नगर निगम की टीम घर घर जा कर जमे पानी से पैदा होने वाले डेंगू मच्छरों के लिए आम जनता का चलान काटती है और शमन शुल्क वसूलती है लेकिन क्षेत्र में फैले कूड़े और जल भराव से जो बीमारियां फैल रही हैं इसका जिम्मेदार कौन है ?