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सपा विधायक रागिनी सोनकर BHU-PHD मामले में BJP पर बरसीं : कहा- गरीब की बेटी से भेदभाव, EWS में भी हो रहा घोटाला

काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश का मामला सियासी गलियारों तक पहुंच गया है। विश्वविद्यालय की छात्रा अर्चिता सिंह (Archita Singh) PHD में प्रवेश नहीं मिलने से आहत होकर सेंट्रल ऑफिस के सामने धरने पर बैठ गई हैं।

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Deepak Yadav
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SP MLA RAGINI SONKAR BHU PHD

BHU-PHD मामले में BJP पर बरसीं सपा विधायक रागिनी सोनकर Photograph: (YBN)

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में पीएचडी प्रवेश का मामला सियासी गलियारों तक पहुंच गया है। विश्वविद्यालय की छात्रा अर्चिता सिंह (Archita Singh) पीएचडी में प्रवेश नहीं मिलने से आहत होकर सेंट्रल ऑफिस के सामने धरने पर बैठ गई हैं। अर्चिता ने कहा कि अगर उन्हें प्रवेश नहीं मिला तो इसे वह अकादमिक हत्या मानेंगी। वहीं समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर (Ragini Sonkar) ने इस मामले में सरकार पर गरीब की बेटी के साथ भेदभाव और चहेतों को मौके देने का आरोप लगाया है।

BHU में गरीब की बेटी के साथ भेदभाव

रागिनी सोनकर ने शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक बार फिर एक गरीब की बेटी के साथ भेदभाव हो रहा है। सामान्य परिवार की एक बेटी अर्चिता सिंह ने 2024-2025 पीएचडी का फॉर्म भरा, EWS कैटगरी में इनका सिलेक्शन हुआ। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर द्वारा इनके EWS को अमान्य बताकर किसी अन्य अभ्यर्थी का चयन किया जा रहा है। यह साफ दर्शाता है कि EWS में भी घोटाला किया जा रहा है। इसके पात्र बच्चों को लेने की बजाय सरकार अपने लोगों को मौका दे रही है। आरक्षण की इस बंदरबांट के खिलाफ सबको आवाज उठानी पड़ेगी।  यहां गरीबों, किसानों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों आदिवासियों के लिए कोई जगह नहीं है।

जोर-शोर से उठाया था शिवम का मामला

इससे पहले बीएचयू में अनुसूचित जाति के छात्र शिवम सोनकर ने पीएचडी प्रवेश में धांधली और भेदभाव का आरोप लगाया था। सपा विधायक रागिनी सोनकर ने इस मामले को जोर-शोर से उठाते हुए राष्ट्रपति को पत्र लिखने के साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर न्याय की मांग की थी। करीब 20 दिन तक बीएचयू में सत्याग्रह करने के बाद अंतत: शिवम सोनकर को जीत मिली। बीएचयू में दूसरे चरण की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया शुरू होते ही उन्हें दाखिला मिल गया था।

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