लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। कैंट क्षेत्र में तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाना अब महंगा साबित होगा। छावनी के सैन्य इलाकों में फर्राटा भरने वाले वाहन चालकों पर नकेल कसना शुरू कर दी गई है। यदि आपके वाहन की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक है, तो घर पर चालान पहुंचना तय है। सेना ने तीन प्रमुख मार्गों पर स्पीडोमीटर वाले कैमरे लगा दिए गए हैं जो ओवरस्पीड वाहनों की जानकारी दर्ज करते हैं। इन कैमरों में दर्ज ओवरस्पीड वाले वाहनों की सूची मिलिट्री पुलिस यातायात पुलिस को भेज रही है। सेना की भेजी गई सूची पर यातायात पुलिस ने वाहन मालिकों से 3.50 लाख रुपये का जुर्माना वसूला है।
कैमरे के साथ स्क्रीन भी लगी
मिलिट्री पुलिस यातायात पुलिस के सहयोग से छावनी के सैन्य क्षेत्रों में तेज गति से दौड़ने वाले वाहनों को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया है। इसके तहत बहादुर शाह मार्ग पर रेसकोर्स के पास, बेगम हजरत महल मार्ग पर स्थित निरीक्षण बंगला के पास और कस्तूरबा मार्ग पर कैमरों के साथ एक स्क्रीन लगाई गई है। ये कैमरे 30 मीटर की दूरी से 10 से लेकर 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से दौड़ने वाले वाहनों की जानकारी रिकॉर्ड कर लेते हैं।
सुभाष मार्ग, एसपी रोड, नेहरू रोड पर भी लगेंगे कैमरे
लेजर से लैस कैमरे के साथ एक स्क्रीन भी लगाई गई है। इसमें सभी वाहनों की गति दिखाई जाती है। 30 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक गति वाले वाहनों के चालकों को अलर्ट किया जा रहा है। जिन वाहनों की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक होती है, मिलिट्री पुलिस कंट्रोल रूम में ओवरस्पीड वाले वाहनों की सूची तैयार कर उसे यातायात पुलिस को चालान के लिए भेज रही है। ओवरस्पीड का न्यूनतम जुर्माना दो हजार रुपये है। सेना अब अगले चरण में सुभाष मार्ग, एसपी रोड, नेहरू रोड सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर भी इन कैमरों को लगाएगी।
स्पीडोमीटर कैमरे लगाए गए
रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क रक्षा मंत्रालय शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि छावनी के सैन्य क्षेत्रों से मानक से अधिक तेज गति से दौड़ने वाले वाहनों का चालान करने के लिए तीन प्रमुख मार्गों पर स्पीडोमीटर कैमरे लगा दिए गए हैं। सेना ओवरस्पीड वाले वाहनों की सूची बनाकर यातायात पुलिस को भेज रही है। उस पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है।