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आपरेशन के दौरान तनाव कम करता है Spiritual Music, शोध में सामने आया सच, अध्ययन अंतरराष्ट्रीय जर्नल Cures में प्रकाशित

ऑपरेशन के दौरान मरीजों के मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में आध्यात्मिक संगीत प्रभावी साबित हो सकता है। यह निष्कर्ष एक हालिया शोध में सामने आया है। जिसमें 150 मरीजों पर अध्ययन किया गया।

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Abhishek Mishra
Maharani Laxmi Bai Medical College

झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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ऑपरेशन के दौरान मरीजों के मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में आध्यात्मिक संगीत प्रभावी साबित हो सकता है। यह निष्कर्ष एक हालिया शोध में सामने आया है। जिसमें 150 मरीजों पर अध्ययन किया गया। झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं के किए गए इस अध्ययन को प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय जर्नल 'क्यूरस' में प्रकाशित किया गया है।

संगीत चिकित्सा का सकारात्मक प्रभाव

अध्ययन के अनुसार इन 150 मरीजों के अंगों की सर्जरी होनी थी। इन्हें दो समूहों में बाँटा गया। एक समूह को आध्यात्मिक संगीत सुनाया गया। दूसरे समूह को मरीज द्वारा चुना गया वाद्य संगीत सुनाया गया। शोध में पाया गया कि जिन मरीजों ने हिंदू आध्यात्मिक संगीत सुना, उनमें तनाव और चिंता में कमी पाई गई। ऑपरेशन के बाद जी मिचलाने और उल्टी की घटनाएं कम हुईं। मरीजों की संतुष्टि का स्तर अधिक रहा। सर्जरी के दौरान भी हृदय गति और रक्तचाप का नियंत्रण बेहतर रहा। तनाव के जैविक संकेतक जैसे कोर्टिसोल के स्तर में भी सकारात्मक गिरावट देखी गई। इससे सिद्ध होता है कि यह विधि केवल मानसिक नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

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अपनी आस्था से गहराई से जुड़ जाता है मरीज

शोध दल में महारानी लक्ष्मी बाई (एमएलबी) मेडिकल कालेज, झांसी के एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अंशुल जैन के अलावा डॉ. बृजेन्द्र वर्मा, डॉ. पंकज सौनकिया, डॉ. सौरभ अग्रवाल, डॉ. पुष्पेन्द्र अग्रवाल (जालौन), डॉ. पारस गुप्ता (जालौन) और डॉ. चारु ठाकुर शामिल थे। उन्होंने बताया कि जब कोई मरीज तकलीफ में होता है तो वह अपनी आस्था से गहराई से जुड़ जाता है। ऐसे समय में आध्यात्मिकता, विशेष रूप से हिंदू धर्म में प्रयुक्त संगीत प्रभावी चिकित्सा हस्तक्षेप बन सकता है।

क्लीनिकल ट्रायल्स रजिस्ट्री आफ इंडिया में पंजीकृत

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एमएलबी के सर्जरी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. पंकज सौनकिया ने बताया कि यह अध्ययन अंतरराष्ट्रीय शोध मानकों के अनुसार किया गया है, जिसमें संगीत को औपचारिक चिकित्सा इंटरवेंशन के रूप में उपयोग किया गया है। यह ट्रायल क्लीनिकल ट्रायल्स रजिस्ट्री आफ इंडिया में भी पंजीकृत है।

वैज्ञानिकता को मिली आध्यात्मिकता से पुष्टि

डॉ. अंशुल ने बताया कि लोग अक्सर आध्यात्मिकता को गैर-विज्ञान मानते हैं, लेकिन यह शोध प्रमाणित करता है कि मंत्र, भजन और आरती जैसे आध्यात्मिक माध्यम चिकित्सकीय दृष्टिकोण से भी लाभकारी हैं। यह विज्ञान और आध्यात्म का संगम है। यह अध्ययन इस बात की ओर इशारा करता है कि आध्यात्मिकता को आधुनिक चिकित्सा में शामिल करना न केवल संभव है, बल्कि यह सुरक्षित, प्रभावी और व्यावहारिक उपाय भी बन सकता है। यह शोध भविष्य में संगीत चिकित्सा, मानसिक स्वास्थ्य और सर्जिकल सेटिंग्स में नए आयाम खोलने की प्रेरणा दे सकता है।

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प्रयोग में लिए गए प्रमुख भक्ति गीत

  • ॐ गण गणपतये नमः
  • त्वमेव माता च पिता त्वमेव
  • गायत्री मंत्र
  • रघुपति राघव राजा राम
  • महामृत्युंजय मंत्र
  • ॐ जय जगदीश हरे
  • हनुमान चालीसा (धीमी गति में)
  • श्रीरामचंद्र कृपालु भजमन
  • अच्युतं केशवं कृष्ण दामोदरं
  • हरे राम हरे कृष्ण मंत्र
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