Lucknow News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन बीते तीन दिन से जारी है। सोमवार को भी सैकड़ों सफाई कर्मचारी लखनऊ नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारी सफाई कर्मचारियों ने मुख्यालय का घेराव करते हुए नारेबाजी की और अधिकारियों पर बड़े आरोप लगाए। सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि नगर निगम ने सफाई का टेंडर हैदराबाद की एक निजी कंपनी रामकी को दे दिया है।
‘हमारी उम्मीद को तोड़ा जा रहा’
लखनऊ नगर निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों ने बताया कि हमें उम्मीद थी कि शहर में सालों से काम कर रहे कर्मचारियों को नगर निगम नियमित कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और इसकी जिम्मेदारी निजी कंपनी को सौंप दी गई। हमारी उम्मीद को तोड़ा जा रहा है। जिसका हम विरोध कर रहे हैं। इसके विरोध में सफाई कर्मचारियों ने कूड़े का उठान भी बंद कर दिया है।
भ्रष्ट अधिकारियों ने किया धोखा
सफाई कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष बाबू भारती ने बताया कि, सोमवार (3 फरवरी) को शहर भर के सैकड़ों सफाई कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय समेत जोन कार्यालयों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से सैकड़ों युवक और महिलाएं शहर में कूड़ा उठाने का काम कर रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि नगर निगम कभी उन्हें नियमित कर देगा। लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उन्होंने सफाई का काम निजी कंपनी को सौंप दिया है। बाबू भारती ने ये भी कहा कि, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक शहर के सभी 8 जोनों में कूड़ा उठाने का काम नहीं किया जाएगा। उत्तर प्रदेश कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राहुल वाल्मीकि ने कहा कि, नगर निगम ने हैदराबाद की रामकी नाम की कंपनी को टेंडर दिया है। जबकि रामकी को सफाई कार्य का कोई अनुभव नहीं है। उन्होंने मामले में जांच की मांग करते हुए कहा कि, इस नई व्यवस्था से सफाई कर्मचारियों समेत शहर के लोगों को समस्या होगी।
सफाई कर्मचारी क्यों कर रहे विरोध
मेयर सुषमा खर्कवाल और नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने लखनऊ शहर के आठ में से पांच जोनों में सफाई का जिम्मा रामकी कंपनी को सौंपा है। रामकी कंपनी शहर के 1,3,4,6 और 7 में सफाई का काम करेगी।
निजी कंपनी को सौंपी गईं ये जिम्मेदारियां
कंपनी रामकी प्रत्येक घर और कार्यालय से अलग-अलग कूड़ा उठाएंगे।
ये नगर निगम के शिवरी प्लांट तक कूड़ा पहुंचाने का काम भी करेंगे।
सड़कों और नालियों की सफाई और सिल्ट हटाना।
एमआरएफ सेंटर और ट्रांसफर स्टेशन का रखरखाव-देखभाल करना।
वार्ड के अनुसार सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी।
शहर में लग सकता है कूड़े का अंबार
वहीं, इस बात की जानकारी होते ही शहर के सैकड़ों सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी। सफाई कर्मचारियों ने कूड़ा उठाने का काम बंद कर दिया है। आज हड़ताल का तीसरा दिन है। इस बीच नगर निगम का कहना है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी, लेकिन तब तक शहर में कूड़े का अंबार लग सकता है।