लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
गुरुवार को कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय से सड़क तक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और केंद्र सरकार द्वारा महिला आरक्षण के वादे को पूरा न करने के विरोध में सैकड़ों महिला कार्यकर्ता सड़कों पर उतरीं। लखनऊ से महिला पार्षद और महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष ममता चौधरी के नेतृत्व में प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाओं को पुलिस ने विधानसभा जाने से रोक दिया।
विधानसभा जाने से रोकी गई महिलाएं
प्रशासन को पहले से ही इस प्रदर्शन की सूचना थी, जिसके कारण भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। विधानसभा मार्ग पर लगाए गए बैरिकेड को प्रदर्शनकारियों ने लांघने का प्रयास किया। विशेष रूप से महिला पुलिसकर्मियों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई थी ताकि प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित किया जा सके। प्रदर्शनकारी महिलाएं बैरिकेड पर चढ़कर और जमीन पर बैठकर अपना विरोध दर्ज करा रही थीं। उनका कहना था कि देश और प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार इस विषय पर गंभीर नहीं है। साथ ही, केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं को दिए गए आरक्षण का लाभ भी उन्हें नहीं मिल पा रहा है।
33 प्रतिशत महिला आरक्षण लागू करने की मांग
प्रदर्शन के दौरान कई नारे लगाए गए और केंद्र एवं राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कई महिला कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेना शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार, बिना अनुमति के विधानसभा की ओर मार्च निकालने के कारण यह कार्रवाई की गई। केंद्र सरकार से नाराज़ महिलाएं हाथों में आरक्षण की मांग के बैनर और तख्तियां लिए रही और लगातार नारेबाज़ी की। पुलिस ने बैरीकेट लगाकर मॉल एवेन्यू स्थित सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के दफ्तर के बाहर ही प्रदर्शनकारी महिलाओं को रोक दिया।