लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
राजधानी लखनऊ में नगर निगम (Nagar Nigam) जोन पांच कार्यालय में कर निर्धारण में घपले का एक नया मामला उजागर हुआ है। इससे नगर निगम प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इस घोटाले में जोन पांच की राजस्व निरीक्षक रेणु यादव की संलिप्तता सामने आई है। शासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रेणु यादव के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।
अधिकारी मामले को दबाने में लगे
सूत्रों के अनुसार, नगर विकास विभागकी ओर से जांच के आदेश दिए जाने के बाद नगर निगम के कई अधिकारी इस मामले को दबाने में लगे हुए हैं। इससे पहले भी नगर निगम में कर निर्धारण से जुड़ी गड़बड़ियां सामने आ चुकी हैं। इसमें राहुल यादव की संलिप्तता की जांच सतर्कता विभाग कर रहा है। अब रेणु यादव भी जांच के दायरे में आ गई हैं। अगर जांच में आरोप सही साबित होते हैं, तो राजस्व निरीक्षक रेणु यादव पर सख्त कार्रवाई होना तय है। साथ ही इस भ्रष्टाचार में शामिल अन्य अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है।
पांच और संविदा कर्मियों को नोटिस
राजस्व वसूली में असफल रहने के मामले में हुसैनगंज में बिजली विभाग ने पांच संविदा कर्मियों को बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया है। इससे पहले ऐशबाग में कार्रवाई हुई थी। हुसैनगंज के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार भारती ने बताया कि पांच संविदा कर्मी चिन्हित किए गए हैं। इन बिजली कर्मियों पर मछली मोहाल, वीर नगर क्षेत्र में बिजली चोरी नहीं रोकने का आरोप है। इन दोनों फीडरों में तीस प्रतिशत से अधिक लाइन लास हो रहा है। कई बार चेतावनी देने के बाद भी सुधार न होने से बर्खास्तगी की नोटिस दी गई है। राजधानी में पहली बार ऐसी कार्रवाई से संविदा कर्मियों में दहशत है।