लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के केंद्रीय प्लेसमेंट सेल के आयोजित कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव में विश्वविद्यालय के अंतिम वर्ष (बैच 2025) के 10 मेधावी छात्रों का चयन देश की प्रमुख आईटी कंपनी एचसीएल टेक में हुआ है। इस चयन के साथ अब तक कुल 43 छात्र-छात्राओं को एचसीएल टेक में नौकरी मिल चुकी है, जो विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत
इस सफलता पर विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार राय अभियांत्रिकी संकाय के डीन प्रो. एके सिंह और केंद्रीय प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रो. अनूप कुमार भारतीय ने छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कुलपति ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल चयनित छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ाती है, बल्कि अन्य विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि मेहनत, धैर्य और निरंतर प्रयास से किसी भी मंज़िल को पाया जा सकता है, और यह सफलता उसी का प्रमाण है। यह केवल एक पड़ाव नहीं, बल्कि उनके करियर की एक नई शुरुआत है।
छात्रों ने किया बेहतरीन प्रदर्शन
प्लेसमेंट सेल के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. हिमांशु पांडेय ने बताया कि एचसीएल टेक की चयन प्रक्रिया कई चरणों में आयोजित की गई, जिसमें रिज़्यूमे शॉर्टलिस्टिंग, अप्टिट्यूड टेस्ट, तकनीकी साक्षात्कार, बिज़नेस एचआर राउंड और कैंपस एचआर इंटरव्यू शामिल थे। छात्रों ने इन सभी चरणों में बेहतरीन प्रदर्शन कर खुद को साबित किया। चयनित छात्रों में बी.टेक के राहुल वर्मा, हर्ष शर्मा, सूरज कुशवाहा, मानस सिंह, महेन्द्र प्रताप गौतम, हर्षित शुक्ला और नैंसी राज को “ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी” पद के लिए ₹3.25 लाख वार्षिक पैकेज पर नियुक्ति मिली है। वहीं बीसीए की वर्तिका चौहान, बीबीए के अगमजोत सिंह चावला और बी.कॉम की शंखिनी श्रीवास्तव को “ग्रेजुएट ट्रेनी” पद पर ₹2.4 लाख वार्षिक पैकेज पर चयनित किया गया है।
43 छात्र-छात्राओं को एचसीएल टेक में नियुक्त
डॉ. पांडेय ने आगे बताया कि प्लेसमेंट सेल द्वारा आयोजित तीन चरणों की चयन प्रक्रिया के तहत अब तक कुल 43 छात्र-छात्राओं को एचसीएल टेक में नियुक्त किया जा चुका है, जो विश्वविद्यालय की उद्योग जगत में सशक्त उपस्थिति और विद्यार्थियों की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता का प्रमाण है।