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UP Budget Session : नेता प्रतिपक्ष पर भड़के Yogi, बोले-अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाएंगे, दूसरों को मौलवी बनाएंगे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि आप लोग अपने बच्चे को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाएंगे और आम लोगों के बच्चों को आप उर्दू पढ़ाकर मौलवी बनाना चाहते हैं। देश को कठमुल्लापन की ओर ले जाएंगे। ऐसा नहीं चलेगा।

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Deepak Yadav
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up budget session 2025

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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यूपी विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सदन की कार्यवाही क्षेत्रीय भाषा में होने पर एतराज जताया। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भड़क गए। सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ाएगी और जब सरकार आम जनता के बच्चों को बेहतर सुविधाएं देने की बात करती है, तो ये लोग उर्दू थोपने की वकालत करने लगते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा देश को कठमुल्लापन की ओर ले जाना चाहती है। ऐसा नहीं चलेगा।

समाजवादियों का चरित्र ही दोहरा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी की स्थानीय बोलियों-भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी को विधानसभा की कार्यवाही में स्थान देने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इन बोलियों को हिंदी की उपभाषाएं मानते हुए सरकार इनके संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार इन भाषाओं के लिए अलग-अलग अकादमियों का गठन कर रही है, ताकि ये समृद्ध हों। ये हिंदी की बेटियां हैं और इन्हें उचित सम्मान मिलना चाहिए। यह सदन केवल विद्वानों के लिए नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग की आवाज को यहां स्थान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी का विरोध कर रहे हैं, वे दरअसल उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत के विरोधी हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि इनका चरित्र ही दोहरा हो चुका है।

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क्षेत्रीय भाषाओं का विरोध दुखद

सीएम योगी ने कहा कि ब्रजभाषा इतनी समृद्ध है कि संत सूरदास ने इसी भाषा में अपनी रचनाएं दीं। इसी तरह, संत तुलसीदास ने अवधी में रामचरितमानस की रचना की। जो न केवल उत्तर भारत बल्कि प्रवासी भारतीयों के लिए भी संकट काल में संबल बनी। उन्होंने कहा कि जो लोग आज भोजपुरी, अवधी और ब्रज भाषा का विरोध कर रहे हैं। वे दरअसल भारत की सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं के विरोधी हैं। यह दुखद है कि जब इन भाषाओं को सम्मान दिया जा रहा है, तब कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।

हर अच्छे काम का विरोध करते हैं समाजवादी

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सीएम योगी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का स्वभाव ही यह बन चुका है कि वे हर अच्छे कार्य का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि आप लोग प्रदेश और देश के हित में किए जाने वाले हर सकारात्मक कदम का विरोध करते हैं। यह नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा सचिवालय ने जब स्थानीय भाषाओं को मान्यता दी तो समाजवादी पार्टी ने इसका भी विरोध किया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सपा का यह दोहरा रवैया जनता को समझ में आ रहा है और उन्हें समाज के सामने एक्सपोज किया जाना चाहिए।

दूसरे के बच्चों को बनाना चाहते हैं मौलवी 

सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इन भाषाओं को सम्मान दिलाने के लिए भोजपुरी अकादमी, अवधी अकादमी और ब्रज अकादमी की स्थापना की जा रही है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी मातृभाषाओं को सहेजें और उन्हें आगे बढ़ाएं। विपक्ष का यह विरोध बताता है कि वे न केवल विकास के विरोधी हैं, बल्कि हमारी संस्कृति के भी विरोधी हैं। ये लोग अपने बच्चों को इंग्लिश स्कूल में पढ़ाएंगे और दूसरे के बच्चे के लिए अगर वह सुविधा सरकार देना चाहती है तो कहते हैं कि नहीं उर्दू पढ़ाओ इसको। यानि ये बच्चों को मौलवी बनाना चाहते हैं। देश को कठमुल्लापन की ले जाना चाहते हैं यह नहीं चल सकता है।

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