लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में अव्यवस्थाएं और चिकित्सकों की मनमानी पर स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने लखनऊ के बक्शी का तालाब (बीकेटी) स्थित राम सागर मिश्र अस्पताल में तैनात रेडियोलॉजिस्ट को अनुशासनहीनता के चलते निलंबित कर दिया है। वहीं, डफरिन अस्पताल में प्राइवेट एम्बुलेंस संचालकों और अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत के आरोपों की गंभीरता से जांच के आदेश दिए गए हैं। इसी क्रम में जालौन में पीएचसी कुठौन्द्र में चिकित्साधिकारी द्वारा मासूम बच्चे को सिगरेट पीना सिखाने का वीडियो वायरल होने पर उसे निलंबित कर दिया है। इसके अलावा फतेहपुर के स्वशासी मेडिकल कॉलेज में मरीजों से ठगी की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और आरोपित कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अनुशासनहीनता पर रेडियोलॉजिस्ट सस्पेंड
स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को बताया कि बीकेटी के साढ़ामऊ स्थित राम सागर मिश्र 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में तैनात रेडियोलॉजिस्ट को उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में 14 दिसंबर, 2024 को सोनभद्र स्थानांतरित किया गया था। लेकिन रेडियोलॉजिस्ट ने वहां कार्यभार ग्रहण नहीं किया और बिना सूचना दिए अनुपस्थित हो गया। यह आचरण न केवल कोर्ट के आदेश की अवहेलना है, बल्कि गंभीर अनुशासनहीनता भी। कोर्ट के आदेश की अवहेलना और अनुशासनहीनता पर रेडियोलॉजिस्ट को निलंबित कर उसे मण्डलीय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मिर्जापुर कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
डफरिन में अव्यवस्थाएं, 7 दिन में रिपोर्ट तलब
इसके अलावा लखनऊ स्थित वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय (डफरिन) में अव्यवस्थाओं और प्राइवेट एम्बुलेंस संचालकों के साथ अस्पताल प्रशासन की साठगांठ की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को अस्पताल का निरीक्षण कर सात दिन के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में शिकायतें सही पाए जाने पर दोषी चिकित्साधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मरीजों के आर्थिक शोषण मामले की जांच के आदेश
वहीं जिला अस्पताल (स्वशासी मेडिकल कॉलेज), फतेहपुर में बाहरी व्यक्तियों का दखल मरीजों के आर्थिक शोषण के समाचार का संज्ञान लेते हुए समस्त बिन्दुओं की जांच कराकर प्रधानाचार्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और संलिप्त कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को दे दिये गये हैं।
बच्चे को सिगरेट पीना सिखाने पर डॉक्टर निलंबित
जालौन में कुठौंद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर सुरेश चंद्रा को पांच साल के मासूम बच्चे को सिगरेट पीना सिखाने और अभद्रता के मामले की जांच मुख्य चिकित्साधिकारी को सौंपी गई थी। जांच में आरोप सही पाए जाने पर डॉक्टर सुरेश चंद्रा को निलंबित कर मण्डलीय अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, झांसी मण्डल से सम्बद्ध करते हुए विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।