लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
राजधानी लखनऊ में पोस्टर वॉर जारी है। समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर नया एक पोस्टर लगाया गया है। इसके जरिए सपा 2027 में सत्ता में वापसी का दावा कर रही है। वहीं सपा नेता विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के बाद इस पोस्टर के सहारे प्रदेश के ब्राह्मणों के मूड को योगी सरकार के विरोध में होता हुआ दर्शाया गया है। पोस्टर में अखिलेश यादव की की तस्वीर के साथ प्रदेश की योगी सरकार को बदलने की बात कही गई है।
महाराजगंज के सपा नेता अमित चौबे ने लगवाया पोस्टर
महाराजगंज के सपा नेता अमित चौबे ने यह पोस्टर लगवाया है। उन्होंने पोस्टर में विनय शंकर तिवारी के बड़े भाई पूर्व सांसद कुशल तिवारी की तस्वीर के साथ अखिलेश यादव की तस्वीर लगवाते हुए पोस्टर में लिखा कि 'मठाधीश को हाता नहीं भाता है, ब्राह्मणों को सरकार बदलना आता है'। यह पोस्टर अब चर्चा का विषय बन गया है, जिसके चलते प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गयी है। दरअसल, बीते दिनों सपा नेता विनय शंकर तिवारी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बैंक लोन घोटाल के मामले में गिरफ्तार किया। इससे पहले ईडी ने गोरखपुर में उनके घर 'तिवारी हाता' समेत 10 ठिकानों पर छापा मारा था। आरोप है कि उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए तकरीबन 750 करोड़ के लोन में गड़बड़ी की है।
आठ अप्रैल को लगा था फर्क साफ है का पोस्टर
समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर बीते आठ अप्रैल को एक पोस्टर अमेठी के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जय सिंह प्रताप यादव की ओर से लगवाया गया था। इस पोस्टर में सपा कार्यकर्ता ने योगी सरकार की बुलडोजर नीति का विरोध करते हुए बुलडोजर को भक्षक और अखिलेश यादव को रक्षक दिखाया। पोस्टर में सपा कार्यकर्ता जय सिंह प्रताप यादव ने दो तस्वीर लगाई थीं। एक तस्वीर में अंबेडकर नगर में यूपी सरकार की ओर से की गई बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान किताबें लेकर भाग रही एक बच्ची अन्नया यादव को को दिखाया गया। वहीं, दूसरी तस्वीर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से उसी बच्ची से मुलाकात करते हुए बैग देते हुए दिखाया गया था।