लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
प्रदेश सरकार ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक अहम कदम उठाया है। अब राज्य के सभी प्राइमरी स्कूलों में जरूरी दवाओं की किट अनिवार्य रूप से रखी जाएगी। इस संबंध में स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए नई पहल
स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों को उपलब्ध कराई गई कम्पोजिट स्कूल ग्रांट की राशि से फर्स्ट एड बॉक्स और आवश्यक दवाएं खरीदी जाएं। इन्हें स्कूलों में सुरक्षित ढंग से रखा जाए ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत उपयोग किया जा सके।
इस्तेमाल से पहले चिकित्सक की सलाह जरूरी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय की सलाह के अनुसार, फर्स्ट एड बॉक्स में जिन दवाओं को शामिल किया जाना है, उनमें ओआरएस पाउडर, पारासिटामोल सिरप, मेट्रोनिडाजोल सिरप, डिक्लोमाइन सिरप, बीटाडीन मरहम, रूई, पट्टी, बैंडेज, बैंड-एड, डिक्लोफेनिक जेल और ओफ्लोक्सासिन टैबलेट्स सौ एमजी शामिल हैं। इन दवाओं का प्रयोग करने से पहले एमबीबीएस चिकित्सक की सलाह लेना अनिवार्य होगा। यह निर्देश बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए जारी किए गए हैं।