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जून में लगेगा महंगी बिजली का झटका या मिलेगी राहत Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। प्रदेशवासियों को पिछले महीने बिजली महंगी होने का झटका लगा था। उसके बाद मई में राहत भी मिली। अब अगले माह की बिजली दरें बढ़ेंगी या फिर कम होंगी, इस पर संशय बना हुआ है। वहीं, उपभोक्ता परिषद ने इस महीने के अंत तक जून की दरों में संभावित बढ़ोतरी या कमी का खुलासा करने का दावा किया है। दरअसल, बिजली कंपनियों ने फ्यूल सरचार्ज (ईंधन अधिभार) के एवज में 1.24 प्रतिशत बिजली महंगी कर दी थी। ऐसे में विद्युत उपभोक्ताओं को अप्रैल में ज्यादा बिजली का बिल चुकाना पड़ा। इसके बाद मई में अधिभार शुल्क में दो प्रतिशत की कटौती की गई।
हर महीने बदलेंगी बिजली दरें
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा (Avadhesh Kumar Verma) ने प्रदेश के तीन करोड़ 45 लाख उपभोक्ताओं से अपील की कि वे फरवरी माह में लागू अधिभार शुल्क के आधार पर एक मई से बिजली दरों में हुई दो प्रतिशत की छूट का लाभ अपने मई माह के बिल में अवश्य जांच लें। वर्मा ने बताया कि मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन के तहत ईंधन अधिभार शुल्क में हर महीने होने वाली बढ़ोतरी या घटोतरी, विद्युत नियामक आयोग के बनाए गए नए नियमों के अनुसार लागू की जाती है। इसी व्यवस्था के तहत मई में बिजली दरों में दो प्रतिशत की कमी की गई है। जून में दरें घटेंगी या बढ़ेंगी, इसका खुलासा जल्द ही किया जाएगा।
सोलर पैनल वालों को राहत
इसके अलावा अवधेश वर्मा ने शुक्रवार को शक्ति भवन में निदेशक (वित्त) निधि कुमार नारंग को बिलिंग सॉफ्टवेयर में किए गए हालिया बदलावों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 57 हजार उपभोक्ताओं के घरों पर सोलर पैनल लगे हैं। पहले वित्तीय वर्ष के अंत में इन उपभोक्ताओं की बिजली खपत का समायोजन उनके बिलों में नहीं किया जा रहा था। इस संबंध में परिषद की याचिका पर विद्युत नियामक आयोग के निर्देश पर एक मई से सभी सोलर पैनल उपभोक्ताओं के बिलों में यह समायोजन लागू कर दिया गया है। वर्मा ने कहा कि सभी उपभोक्ता अपने बिजली बिल का मिलान अवश्य कर लें, क्योंकि वित्तीय वर्ष के अंत में जो अतिरिक्त यूनिट बची है उसका भुगतान दो रुपये प्रति यूनिट की दर से उनके बिलों में किया जा रहा है।