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UP में कुछ देर बाद बजेगा 'युद्ध का सायरन', अलग-अलग समय पर होगी Mock Drill

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिला प्रशासन की निगरानी में होने वाली इस मॉकड्रिल में स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियां भाग लेंगी।

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Abhishek Mishra
UP mock drill

मॉकड्रिल

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। केन्द्र सरकार के आदेश पर यूपी के सभी जिलों में आज मॉकड्रिल होगी। इस मकसद आपातकालीन स्थितियों में आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए प्रभावी कदम उठाने की तैयारी का आकलन करना है। इस दौरान अलग-अलग जिलों में तय समय पर सायरन बजाए जाएंगे। प्रशासन ने साफ किया है कि यह केवल एक पूर्व नियोजित अभ्यास है, जिससे घबराने की जरूरत नहीं है। 

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शाम 7 बजे लखनऊ में बजेगा सायरन

मॉकड्रिल का आयोजन नरोरा (बुलंदशहर) में शाम 4 बजे, कानपुर में सुबह 9:30 बजे और फिर शाम 4 बजे, जबकि आगरा में रात 8 बजे और प्रयागराज में शाम 6:30 बजे किया जाएगा। इसी तरह गाजियाबाद में सुबह 10 बजे और रात 8 बजे, झांसी, मेरठ, सहारनपुर और सरसावा में शाम 4 बजे, लखनऊ में शाम 7 बजे, मथुरा और चंदौली में भी शाम 7 बजे मॉकड्रिल होगी। वहीं बरेली में रात 8 बजे, गोरखपुर में शाम 6:30 बजे, मुरादाबाद में दोपहर 12 बजे और बागपत में रात 7 बजे अभ्यास होगा।

यूपी के 19 जिले मॉकड्रिल के लिए चिन्हित

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राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिला प्रशासन की निगरानी में होने वाली इस मॉकड्रिल में स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियां भाग लेंगी। नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस दौरान संयम बनाए रखें और प्रशासन को सहयोग दें। देश भर के 244 में से यूपी के 19 जिले इसके लिए केंद्र सरकार मॉकड्रिल के लिए चिन्हित किए गए थे लेकिन बाद में प्रदेश के सभी जिलों में मॉकड्रिल कराने का फैसला किया किया।

ब्लैकआउट के दौरान रहे सतर्क

ब्लैकआउट के दौरान सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है। इस समय सभी लाइटें और बिजली से चलने वाले उपकरण जैसे कि घर, दुकान, वाहन की लाइटें या मोबाइल की फ्लैशलाइट तुरंत बंद कर दें। इनवर्टर और जनरेटर भी बंद कर दें ताकि किसी भी तरह की रोशनी बाहर न जाए। खिड़कियों और दरवाज़ों के परदे अच्छी तरह से बंद कर दें ताकि अंदर की रोशनी बाहर न दिखे। यदि वाहन चला रहे हों तो उसे तुरंत किनारे लगाकर बंद कर दें और हेडलाइट व इंडिकेटर को भी बंद रखें। सभी परिजनों को एक सुरक्षित स्थान पर रखें, विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों की सुरक्षा का ध्यान रखें। सरकारी निर्देशों को सुनते रहने के लिए रेडियो, मोबाइल या किसी अन्य माध्यम का उपयोग करें। साथ ही पड़ोसियों को भी सतर्क करें, खासकर जो अकेले रहते हों। जरूरी दवाइयाँ, टॉर्च और अन्य आवश्यक सामग्री पहले से तैयार रखें ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत काम आ सके।

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