लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने मुस्लिम समाज के लोगों का धर्म परिवर्तन कराने और उनको तीन हज़ार रुपए आर्थिक सहायता देने की योजना शुरू की है। इस योजना के तहत जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर शनिवार को लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में मुस्लिम समाज के दो व्यक्तियों को हिंदू धर्म में शामिल कराया। इस दौरान उनके साथ मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरी और पंडित अमरनाथ मिश्रा भी मौजूद रहे।
सरफराज और गुलानाज़ की कराई घर वापसी
वसीम रिज़वी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मंदिर में पूर्व मुस्लिम सरफराज अहमद निवासी जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश और पूर्व मुस्लिम गुलनाज निवासी जिला शाहजहांपुर द्वारा अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म की कट्टरता को नाकरते हुए अपनी खुशी से सनातन धर्म स्वीकार किया गया। जिनका मेरे द्वारा "सनातन में स्वागत" (निजी सनातनी सहायता योजना) के माध्यम से उनका स्वागत किया गया, इस निजी योजना के तहत 3000 रुपए प्रति माह उन्हें उस वक्त तक दिया जाता रहेगा जब तक कि वह समान रूप से पूरी तरह सनातन धर्म में समायोजन ना कर ले। सेंगर ने कहा कि "सनातन में स्वागत" के अंतर्गत दोनों पूर्व मुस्लिम व्यक्तियों को 11-11 हजार रुपए सनातन धर्म में स्वागत करते हुए भेंट के रूप में दिया गया और 3000 रुपए प्रतिमाह के अंतर्गत प्रत्येक को 3000 रुपए की सहायता धनराशि भी दी गई।
खुशी और मर्ज़ी से आने वालों का होगा धर्म परिवर्तन
जितेंद्र नारायण ने कहा कि यह सहायता उन लोगों को दी जाएगी जो कि गैर सनातनी है और सनातन धर्म को स्वीकार करके सनातन धर्म में अपनी मर्जी से आना चाहते है। लेकिन उनके धर्म/ मजहब के अनुसार ऐसा करने पर उनके विरुद्ध ऐसे प्रतिबंध लगाए जाते हैं जिसके कारण वित्तीय और सामाजिक परेशानियों से घिर जाते हैं। सेंगर ने कहा कि ऐसे लोग जिनका विश्वास है कि भारत में रहने वाले सभी लोग पूर्व से सनातनी है और वह अपनी खुशी और मर्जी से सनातन धर्म में वापस आना चाहते हैं तो उनका सहयोग करना उनकी मदद करना हम अपना कर्तव्य समझते है।
दो लाख लोगों के धर्म परिवर्तन कराने का किया दावा
सेंगर ने कहा कि मेरा विश्वास है कि आज दो लोग इस्लाम की कट्टरता से परेशान होकर उसको नकारते हुए घर वापसी करके सनातन धर्म में वापस आए हैं। जल्दी ऐसे दो लाख लोग होंगे जो अपने अपने बच्चों के भविष्य को सनातन धर्म के प्रति, राष्ट्र के प्रति, समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए घर वापसी करेंगे। सेंगर ने कहा कि दोनों पूर्व मुस्लिम व्यक्तियों द्वारा अपनी खुशी और अपनी मर्जी से सनातन धर्म को स्वीकार करने के लिए मुझे शपथ पत्र दिया गया। जिस कारण मेरे द्वारा उनका सहयोग करते हुए डॉक्टर पंडित अमरनाथ मिश्रा, अध्यक्ष ब्राह्मण सभा को उनका गोत्र दिलाते हुए उनके परिवार में अपनी सहमति से गोद लिया गया।