/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/11/mankameshwar-temple-2025-07-11-11-40-01.jpg)
मनकामेश्वर मंदिर Photograph: (YBN)
लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। सावन मास की शुरुआत के साथ ही शुक्रवार को राजधानी लखनऊ शिवभक्ति के रंग में रंगी नजर आई। सुबह से ही शहर के प्रमुख शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मनकामेश्वर महादेव मंदिर, महाकाल मंदिर (राजेंद्र नगर), कोनेश्वर महादेव (चौक), सिद्धनाथ मंदिर (रकाबगंज) और नागेश्वर मंदिर समेत तमाम शिवालयों में भोर से ही पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया। श्रद्धालु बेलपत्र, धतूरा, दूध, जल और पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं। मंदिरों में कतारबद्ध होकर भक्तों ने ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों के साथ दर्शन किए।
मनकामेश्वर मंदिर में उमड़ा जनसैलाब
मनकामेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। मंदिर की महंत दिव्या गिरी ने बताया कि यह मंदिर रामायण काल से स्थापित माना जाता है और यहां दूर-दराज से लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं। सावन मास में यहां विशेष धार्मिक आयोजन होते हैं। भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसरों में साफ-सफाई के साथ-साथ दर्शन के लिए बैरिकेडिंग और जल सेवा की भी व्यवस्था की गई है।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/11/mankameshwar-temple-2025-07-11-11-41-22.jpg)
यह मास बहुत है खास
ज्योतिषाचार्य सत्य प्रकाश मिश्रा ने बताया कि इस बार सावन 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा। इस अवधि में चार सोमवार पड़ेंगे—14, 21, 28 जुलाई और 4 अगस्त को। पहला सोमवार ‘गजानन संकष्टी चतुर्थी’ और ‘आयुष्मान योग’ जैसे शुभ संयोग में आएगा। उन्होंने बताया कि सावन के सोमवार को व्रत रखने, रुद्राभिषेक करने और विशेष पूजा से भगवान शिव सभी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। पूजा में जल, दूध, शहद, घी, बेलपत्र, भांग-धतूरा और कर्पूर से आरती का विशेष महत्व होता है।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/11/mankameshwar-temple-2025-07-11-11-43-46.jpg)
श्रद्धा, आस्था और भक्ति से सराबोर लखनऊ
सावन के पहले दिन लखनऊ की सड़कों से लेकर मंदिरों तक शिवभक्ति की अद्भुत छटा देखने को मिली। भक्तों ने पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक भगवान शिव की पूजा कर अपने परिवार व जीवन में सुख-समृद्धि की कामना की।