लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, लखनऊ में मिशन शक्ति (फेज-5.0) के तहत Women's Fest का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन नारी सशक्तिकरण, स्व-रोजगार, और उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तीन दिवसीय उत्सव का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों, सुरक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता के प्रति जागरूक करना है।
महिला सुरक्षा और स्वावलंबन को मिलेगा नया आयाम
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की अपर पुलिस महानिदेशक पद्मजा चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह महोत्सव महिलाओं को मनोरंजन का अवसर देने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनने और उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा। इस आयोजन में 1090 महिला हेल्पलाइन की कार्यशैली पर विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा, जहां यह बताया जाएगा कि हेल्पलाइन महिलाओं को सुरक्षा और न्याय दिलाने में कैसे मदद कर रही है। साथ ही "प्रतिज्ञा कार्यक्रम" के तहत महिलाओं को आत्मरक्षा और सामाजिक सहभागिता के लिए प्रेरित किया जाएगा।
संस्कृति, कला और प्रेरणा का संगम
Women's Fest का आयोजन न केवल जागरूकता और सशक्तिकरण का प्रतीक होगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और कला का संगम भी बनेगा। इस कार्यक्रम में रानी लक्ष्मीबाई की वीरगाथा पर आधारित 'किस्सा गोई' कार्यक्रम में महिलाओं की वीरता और संघर्ष की कहानियां साझा की जाएंगी। इसके अलावा, लोक संगीत और Classical Folk Dance के जरिए भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत किया जाएगा। महिला संगीत प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए Aghaaz Women Band और घोमनिया बैंड की प्रस्तुतियां भी होंगी। महिला कवियों के लिए विशेष कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें महिला सशक्तिकरण पर कविताएं प्रस्तुत की जाएंगी।
महिला शक्ति का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली महिलाओं को एक विशेष सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाना और समाज में उनकी भूमिका को और प्रभावी बनाना है। योगी सरकार और पुलिस प्रशासन की यह पहल महिलाओं के लिए एक ऐसा मंच तैयार कर रही है, जहां वे अपनी सुरक्षा, अधिकारों और संभावनाओं को समझ सकेंगी।
महिला सशक्तिकरण के लिए मील का पत्थर
यह आयोजन महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, जिससे प्रदेश में महिला सुरक्षा और स्वावलंबन की नई परिभाषा गढ़ी जा सकेगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करना केवल एक सामाजिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक सशक्त राष्ट्र की नींव भी है। यह महोत्सव 10 मार्च तक चलेगा और महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाएगा।