महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
महाकुंभ के दौरान आगंतुकों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सहायता हेतु इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के 1000 स्वयंसेवकों को सेवा कार्य के लिए रवाना किया गया। इन्हें कुलसचिव प्रो. आशीष खरे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर प्रो. खरे ने कहा कि आपदा प्रबंधन और सेवा में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्वयंसेवकों को पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ सेवा कार्य करने की प्रेरणा दी। विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र, प्रो. आशीष सक्सेना ने स्वयंसेवकों को मनोयोगपूर्वक कार्य करने की सीख दी, जबकि मुख्य कुलानुशासक, प्रो. राकेश सिंह ने कहा कि "सेवा परम धर्म है।"
स्वयंसेवकों का मुख्य उद्देश्य आगंतुकों एवं स्नानार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान करना, खोए हुए व्यक्तियों को उनके प्रियजनों से मिलाना, दुर्घटना पीड़ितों को प्राथमिक चिकित्सा शिविरों तक पहुंचाना, यातायात प्रबंधन में सहायता करना तथा आपदा प्रबंधन संबंधी कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करना है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक प्रो. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि तीर्थराज प्रयाग में संगम के पावन अवसर पर सेवा कार्य करना सौभाग्य की बात है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण प्रयागराज एवं उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन में स्वयंसेवकों को हाफ जैकेट, सीटी एवं टार्च युक्त किट प्रदान की गई है।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनीष गौतम ने कहा कि स्वयंसेवक सेवा कार्य के लिए उत्साहित हैं तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए पूरी तरह तैयार हैं।