प्रयागराज महाकुंभ ने रिकॉर्ड्स बनाने में भी रिकॉर्ड कायम कर दिया। एक ओर जहां 65 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाकर दुनिया का सबसे बड़ा रिकॉर्ड कायम किया है वहीं इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तकनीक और अन्य व्यवस्थाओं ने साफ- सफाई ने अलग- अलग रिकॉर्ड कायम किए हैं। महाकुंभ के समापन अवसर पर बुधवार को भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए एयर शो ने जहां संगम तट पर मौजूद अपार जन समूह को रौमांचित कर दिया वहीं इतनी सारे लोगों के द्वारा एक साथ एयरशो देखने का भी रिकॉर्ड कायम हो गया।
लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट और भोले के जयघोष एक साथ
आज महाकुंभ में त्रिवेणी संगम पर उच्च तकनीक, शौर्य और आस्था का भी संगम हुआ। इस मायने में भी प्रयागराज महाकुंभ का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। महाशिवरात्रि के मौके पर संगम तट पर मौजूद करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उस समय गदगद हो गई जब लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट के बीच आसमान का सीना चीरते हुए भारतीय वायुसेना के कला कौशल का कमाल दिखाया। श्रद्धालुओं ने भोले के जयकारों से वायुसेना के रणवांकुरों का स्वागत किया। वायुसेना के विमानों की कलाबाजियां देखकर श्रद्धालुओं का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। वायुसेना के एयर शो ने महाकुंभ के समापन अवसर को को रोमांच से भर दिया।
वायुसेना का कौशल देख थर्राए दुश्मन
यूं तो महाकुंभ का दिव्य और भव्य आयोजन देश के दुश्मनों पर भारी पड़ ही रहा है, लेकिन समापन अवसर पर हुए वायुसेना के एयर शो ने मानों देश के दुश्मनों को बता दिया कि गुस्ताफी करने की गलती मत करना। भारतीय वायुसेना के कौशल ने खुले आसमान में शक्ति और शौर्य का खुलकर प्रदर्शन किया। आसमान में वायुसेना में नीली वर्दी वालों को कौशल देखने लायक था। वायुसेना के जांबाजों ने लड़ाकू विमान सुखोई-130 से संगम पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे श्रद्धालुओं को सलामी दी।
क्षणों को कैमरे में कैद करते नजर आए श्रद्धालु
त्रिवेणी संगम पर मौजूद श्रद्धालु लड़ाकू विमानों के करतब देख खुद को नहीं रोक पाए। तमाम श्रद्धालुओं ने रोमांच के इन क्षणों को अपने मोबाइल में कैद किया। विदेशी सैलानी भी इस मौके पर हाई रिसोल्यूशन कैमरों में कैद करते नजर आए। कुछ मिनटों के इस शो ने पूरी दुनिया को भारतीय वायुसेना की ताकत से एक बार फिर रू-ब-रू करा दिया। श्रद्धालुओं ने यह नजारा देख बरबस ही गंगा मैया और भोले के जयकारों के साथ भारत माता के भी जयकारे लगाने शुरू कर दिए। कई श्रद्धालु वायुसैनिकों की बहादुरी को सैल्यूट करते नजर आए। इस दौरान श्रद्धालुओं पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।
कल सीएम करेंगे औपचारिक समापन
यूं तो महाशिवरात्रि के स्नान के साथ ही महाकुंभ का समापन हो गया, लेकिन सीएम योगी 27 फरवरी को महाकुंभ का औपचारिक समापन करेंगे। संगम तट पर शिवरात्रि के चलते भारी भीड़ को किसी भी तरह की असुविधा से बचाने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। इसके अलावा पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया हुआ है। कल सुबह सात बजे तक मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन में रहेगा, हालांकि स्थिति को देखते हुए यह टाइम लाइन आगे भी बढ़ाई जा सकती है।