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Mahakumbh 2025 : सीएम योगी ने पुलिसकर्मियों का जताया आभार, महाकुंभ सेवा मेडल से किया जाएगा सम्मानित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के समापन के अवसर पर गुरुवार को गंगा मंडपम में आयोजित एक विशेष संवाद कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों को संबोधित किया।

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Abhishek Mishra
policemen honored Mahakumbh Seva Medal

महाकुंभ सेवा मेडल से किया जाएगा सम्मानित

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के समापन के अवसर पर गुरुवार को गंगा मंडपम में आयोजित एक विशेष संवाद कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर महाकुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक आयोजन करार देते हुए कहा कि यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजनरी नेतृत्व और पुलिस बल के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। सीएम योगी ने महाकुंभ को आस्था और अर्थव्यवस्था का संगम बताते हुए इसे एक नए प्रतिमान के रूप में प्रस्तुत किया, जिसे न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सराहा गया।

75 हजार पुलिसकर्मियों को महाकुंभ सेवा मेडल 

मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के कठिन कार्य को सराहा और उनके धैर्य, शालीनता और समर्पण की तारीफ की। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि महाकुंभ में ड्यूटी देने वाले कुल 75 हजार पुलिसकर्मियों को महाकुंभ सेवा मेडल और प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को 10 हजार रुपये का विशेष बोनस दिया जाएगा, और सभी पुलिसकर्मियों को चरणबद्ध तरीके से एक सप्ताह का अवकाश दिया जाएगा।

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भव्य आयोजन अपने आप में एक बड़ी चुनौती

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा महाकुंभ जैसा विशाल और भव्य आयोजन अपने आप में एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन यह हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता और प्रयासों का परिणाम है। अगर हम समस्या की ओर देखते तो बहाने मिलते, लेकिन हमने समाधान की दिशा में सोचा और इसी कारण इस आयोजन को दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बनाने में सफल हुए। उन्होंने महाकुंभ के आलोचकों को भी निशाने पर लिया और कहा जो लोग इस आयोजन का हिस्सा बने, वही इसके स्किल और स्केल को समझ सकते हैं। जब आप दूर बैठकर किसी आयोजन पर विद्वेषपूर्ण टिप्पणी करते हैं तो आपको इसकी असलता का ज्ञान नहीं हो पाता।

दिव्य-भव्य और डिजिटल कुंभ के कांसेप्ट

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मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के दिव्य-भव्य और डिजिटल कुंभ के कांसेप्ट को रेखांकित करते हुए कहा कि महाकुंभ ने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और आर्थिक प्रगति का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। महाकुंभ में, आस्था और अर्थव्यवस्था के बीच समन्वय स्थापित हुआ है, और यह पूरी दुनिया ने देखा और सराहा।

आस्था और अर्थव्यवस्था का संगम

सीएम योगी ने महाकुंभ के आयोजन के दौरान हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए करीब 7,500 करोड़ रुपये खर्च किए। इसके परिणामस्वरूप राज्य की अर्थव्यवस्था में साढ़े 3 लाख करोड़ रुपये की अभूतपूर्व वृद्धि हुई। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी कोई मिसाल दुनिया में कहीं भी देखने को नहीं मिलती, जहां आस्था और अर्थव्यवस्था का ऐसा संगम हुआ हो। योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा भारत के ऋषियों ने हमेशा कहा है कि अगर हम सही मार्ग पर चलें और आस्था का सम्मान करें, तो अर्थ और इच्छाओं की सिद्धि स्वतः ही प्राप्त हो जाती है। महाकुंभ ने इसे साकार करके दिखाया है।

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पुलिस बल की भूमिका की सराहना

मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के आयोजन में पुलिस बल की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि प्रयागराज की स्थायी आबादी लगभग 25 लाख है, लेकिन महाकुंभ के दौरान प्रतिदिन औसतन डेढ़ से दो करोड़ लोग संगम में स्नान करने पहुंचे। यह संख्या महाकुंभ की विशालता और उसकी महत्वता को दर्शाती है। सीएम ने कहा कि अब तक कुल 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल हुए, जो किसी भी धार्मिक आयोजन के इतिहास में एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड है।

100 देशों के राजनयिक, 12 देशों के राष्ट्राध्यक्ष लिया ने हिस्सा

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सभी राज्यों के राज्यपाल, ज्यादातर मुख्यमंत्री, 100 देशों के राजनयिक, 12 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और उनके नागरिकों ने हिस्सा लिया। सीएम ने पुलिस बल की पूरी क्षमता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें पहले दिन से विश्वास था कि महाकुंभ की सफलता में पुलिस का अहम योगदान होगा।

पुलिस सुधार और अवस्थापना में बदलाव

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस सुधारों पर भी जोर दिया और कहा कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों की स्थिति में सुधार करने का संकल्प लिया। उन्होंने लखनऊ पुलिस लाइन में टूटे हुए छत और पुलिसकर्मियों द्वारा चारपाई पर सोने की स्थिति को देखकर सुधार की दिशा में कदम उठाए। "आज यूपी पुलिस का बजट 40 हजार करोड़ रुपये है, और हर जिले में नए पुलिस बैरक बन रहे हैं। हमने 54 पीएसी कंपनियों को बहाल किया, 3 महिला बटालियन का गठन किया, और एक लाख 56 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती पूरी की, जबकि 60 हजार और पुलिसकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया जारी है।"

राज्य निवेश का एक प्रमुख डेस्टिनेशन

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में उत्तर प्रदेश में दंगे, माफिया राज और असुरक्षा का माहौल था, लेकिन आज यह राज्य निवेश का एक प्रमुख डेस्टिनेशन बन चुका है। उन्होंने माफिया से जुड़े लोगों का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले जो माफिया वीआईपी बनकर घूमते थे, अब उनकी पैंट गीली हो गई, क्योंकि हमारी पुलिस ने उन्हें कानून के दायरे में लाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।

महाकुंभ में पुलिस की चुनौतीपूर्ण भूमिका

मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दौरान पुलिस द्वारा क्राउड मैनेजमेंट, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में किए गए बेहतरीन काम की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना घटी, लेकिन पुलिस ने 15-20 मिनट के भीतर ग्रीन कॉरीडोर बनाकर घायलों को उपचार मुहैया कराया। इसके अलावा, आग की घटनाओं को 10 मिनट में नियंत्रित कर लिया गया, जिसमें कोई जनहानि नहीं हुई।

उत्तर प्रदेश और भारत का मान बढ़ा

सीएम योगी ने महाकुंभ को न केवल भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बताया, बल्कि इसे भारत की वैश्विक छवि को मजबूत करने और उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान देने वाला आयोजन भी कहा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में भाग लेने वाले 15 करोड़ लोग संगम में डुबकी लगाने के बाद अभिभूत होकर गए, और उन्होंने पुलिसकर्मियों को धन्यवाद दिया।

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