महाकुभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
कुछ लोग हमेशा मौके की तलाश में रहते हैं, वे आपदा में भी अवसर खोज ही लेते हैं। यही हाल है तमाम विपक्षी राजनीतिक दलों का, जो महाकुंभ में हुए हादसे को लेकर राजनीति कर रहे हैं। इस घटना को लेकर वे राज्य सरकार और केन्द्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कोई भी मौके से चूक नहीं रहा है। कई नेताओं ने इसकी निंदा करते हुए सरकार की घेराबंदी की है।
महाकुंभ हादसे पर तमाम नेताओं ने ट्वीट किया है।
केन्द्रीय प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घायलों और मृतकों के प्रति अपनी संवदेना व्यक्त करते हुए कहा कि
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों के मौत और कईयों के घायल होने की ख़बर अत्यंत दुखद है। शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह VIP मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना ज़िम्मेदार है। अभी महाकुंभ का काफी समय बचा हुआ है, कई और महास्नान होने हैं। आज जैसी दुखद घटना आगे न हो इसके लिए सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। VIP कल्चर पर लगाम लगनी चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं के जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि पीड़ित परिवारों की मदद करें।
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि
महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए। ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में हत हुए लोगों की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए।
इसके अलावा कई नेताओं ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया जारी की है। जिसमें उन्होंने सरकार की कुव्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।