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महाकुंभ में पविवार के साथ संगम में स्थान करते केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी Photograph: (YBN)
दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संकल्पना को साकार रूप मिलता दिख रहा है। उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर है। मंगलवार को संगम क्षेत्र में पहुंचे केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और राज्यसभा सांसद डॉ. के. लक्ष्मण ने आयोजन की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नकारात्मक प्रचार कर रहे हैं, लेकिन श्रद्धालु सच्चाई को भली-भांति समझते हैं।
महाकुंभ में स्नान का अलौकिक अनुभव
संगम में पवित्र स्नान करने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसे भारतीय सनातन परंपरा का अद्वितीय अनुभव बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। जोशी ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भारतीय संस्कृति की ताकत को दर्शाती है।
सनातन धर्म की शक्ति का प्रदर्शन
प्रह्लाद जोशी ने महाकुंभ को श्रद्धालुओं के लिए अद्भुत अनुभव बताते हुए कहा कि यह आयोजन भारतीय सनातन परंपरा की वैश्विक पहचान को और मजबूत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का यह पर्व दुनिया के सबसे भव्य आयोजनों में से एक है, जहां देशभर से करोड़ों लोग आस्था और श्रद्धा के साथ जुटते हैं।
144 साल बाद मिला दुर्लभ अवसर
राज्यसभा सांसद डॉ. के. लक्ष्मण ने भी महाकुंभ की व्यवस्थाओं की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत से हजारों श्रद्धालु इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। यह 144 वर्षों में पहली बार आया अद्भुत अवसर है, जिसे श्रद्धालु यादगार के रूप में सहेज रहे हैं। लक्ष्मण ने कहा कि यह आयोजन सनातन धर्म और भारतीय आस्था का सबसे बड़ा पर्व है।
नकारात्मक प्रचार को नकारता श्रद्धालुओं का उत्साह
डॉ. के. लक्ष्मण ने कहा कि भले ही कुछ लोग नकारात्मक प्रचार कर रहे हों, लेकिन श्रद्धालुओं का विश्वास इस आयोजन को सफल बना रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस आयोजन की सफलता ने देश-विदेश में इसे खास पहचान दी है।
जीवन की अविस्मरणीय स्मृति: सीपी राधाकृष्णन
महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने संगम में स्नान कर इसे जीवन का सबसे यादगार अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन आत्मशुद्धि और समाज सेवा की प्रेरणा देता है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा की गई व्यवस्थाओं की भी सराहना की।