Lucknow News : मौनी अमावस्या के दौरान हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की सघन जांच शुरू हो गई है। तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम ने आज प्रयागराज पहुंचकर मामले की तह तक जाने का निर्णय लिया है। आयोग के सदस्यों ने स्थानीय अधिकारियों के साथ पहली बैठक की और घटनास्थल का निरीक्षण किया। जांच आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि घटना की गहन जांच की जाएगी, जिसमें घटनास्थल की टोपोग्राफी और परिस्थितियों का विस्तृत अध्ययन किया जाएगा।
घायलों से जानकारी की जाएगी एकत्रित
अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों का गहराई से विश्लेषण किया जाएगा। साथ ही घायलों से भी महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की जाएगी। आयोग ने इस हादसे की पूरी परिस्थितियों को समझने और वास्तविक कारणों का पता लगाने का संकल्प लिया है। यह जांच न केवल घटना के कारणों को उजागर करेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी देगी। अधिकारी इस मामले में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हादसे में 30 लोग गवा चुके है जान
बताते चलें कि महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के मौके पर स्नान के लिए उमड़ी भारी भीड़ में भगदड़ हो गई थी जिसमें तकरीबन से 30 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई और 60 से ज़्यादा घायल है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया था। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार की अध्यक्षता वाले इस आयोग में सेवानिवृत्त आईएएस अफसर डी. के. सिंह और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी वी. के. गुप्ता भी शामिल हैं। आयोग को अपने गठन के एक महीने के अंदर मामले की जांच रिपोर्ट देनी होगी। इस सिलसिले में जारी अधिसूचना के मुताबिक आयोग भगदड़ के कारणों और परिस्थितियों की जांच करेगा। साथ ही भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के सिलसिले में सुझाव भी देगा।