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Mahakumbh में तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बने, सफाई कर्मियों को 10 हजार बोनस, अप्रैल से मिलेगा 16000 वेतन, CM योगी का बड़ा एलान

महाकुंभ से जुड़े सफाई कर्मियो और स्वास्थ्य कर्मियों को 10 हजार का बोनस दिया जाएगा। सफाई कर्मियों अप्रैल से 16 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन और साथ ही पांच लाख की स्वास्थ्य बीमा के लिए आयुष्मान कार्ड भी दिया जाएगा।

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Deepak Yadav
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महाकुंभ में तीन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बने

महाकुंभ में तीन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बने Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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प्रयागराज में 45 दिनों तक आयोजित हुए विश्व के सबसे बड़े महापर्व महाकुंभ का महाशिवरात्रि के अवसर पर समापन हो गया। इस अभूतपूर्व आयोजन की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। बृहस्पतिवार को महाकुंभ मेला के समापन कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सफाई और स्वास्थ्य कर्मियों को उपहार के साथ ही स्वच्छ कुम्भ कोष से बीमा प्रमाण पत्र दिया। साथ ही एलान किया कि महाकुंभ से जुड़े स्वच्छता और स्वास्थ्य कर्मियों को 10 हजार रुपए अतिरिक्त बोनस दिया जायेगा। स्वच्छता कर्मियों को अप्रैल से न्यूनतम 16 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन देंगे। इसके लिए एक कॉर्पोरेशन बनाया जायेगा। वेतन डीबीटी के जरिए उनके खाते में भेजा जाएगा। इसके साथ ही सीएम ने यह भी कहा कि हर स्वच्छता-स्वास्थ्य कर्मी को आयुष्मान कार्ड या मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना से जोड़ा जाएगा।

मां गंगा के प्रति कृतज्ञता जताने का आह्वान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने में स्वच्छता और स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष योगदान है। उन्होंने कहा कि टीम भावना के साथ जब कोई काम होता है तो उसके परिणाम ऐसे ही होते हैं। जैसे प्रयागराज महाकुम्भ में आज हमको देखने को मिल रहे हैं। आज आप सबने साबित कर दिया कि अगर थोड़ी भी इच्छा शक्ति हो और सही सपोर्ट मिले तो परिणाम कुछ भी लाया जा सकता है। सीएम योगी ने सभी स्वच्छता कर्मियों से अपील की कि स्वच्छता कार्यक्रम को अब नए सिरे से प्रस्तुत करना है। स्वच्छता का विशेष अभियान चलाना होगा। आज हमने इसकी शुरुआत की है। अब सभी अधिकारी, कर्मचारी भी इस अभियान में जुटें। मां गंगा के प्रति हमारी कृतज्ञता ज्ञापित होनी चाहिए। 

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प्रदेशवासियों का उत्कृष्ट आतिथ्य अभिनंदनीय

सीएम योगी ने कहा कि जो भी प्रयागराज आया उसने दो बातों की सराहना जरूर की। एक स्वच्छता और स्वच्छता कर्मियों की तो दूसरी पुलिस के व्यवहार की। ऐसे लगता था जैसे यह सबका अपना आयोजन हो। पूरा परिवार मिलकर कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा हो। यही नहीं, प्रयागराज वासियों ने भी इसे अपने घर का आयोजन  बना लिया। जगह-जगह पर लंगर लगाए, अतिथियों का अभिवादन किया, अपनी परेशानी को भूल करके वह इस आयोजन का हिस्सा बने। जिस सिटी में 25 से 30 लाख लोग रहते हैं वहां अचानक 7-8 करोड़ लोग आ जाएंगे तो क्या स्थिति होती होगी। जिस घर में पांच सदस्य रहते हैं और अचानक 10 लोग आ जाएं तो हालत खराब हो जाती है और यहां तो 20-20 गुना लोग आ रहे थे, लेकिन प्रयागराज वासियों ने पूरे धैर्य के साथ, खुशी के साथ इसे अपना आयोजन बना दिया और प्रयागराज से प्रेरित होकर पूरे प्रदेश ने इसमें अपना योगदान किया। जिस मार्ग से तीर्थयात्री और श्रद्धालु, पूज्य संत गए, उनके अभिनंदन और स्वागत के लिए प्रदेश वासी वहां नजर आए। प्रदेशवासियों ने आतिथ्य का जो उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है उसके लिए उनका हृदय से अभिनंदन करता हूं। 

महाकुम्भ ने आध्यात्मिक टूरिज्म का मार्ग प्रशस्त किया

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सीएम योगी ने प्रदेश में टूरिज्म की नई संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि महाकुंभ ने प्रदेश के अंदर आध्यात्मिक टूरिज्म के कई सर्किट प्रस्तुत किए हैं। एक प्रयागराज से मां विंध्यवासिनी का धाम होते हुए काशी का सर्किट बना। जिस प्रकार प्रयागराज में करोड़ों की संख्या में लोग जुटे थे, उसी तरह मां विंध्यवासिनी धाम में इस दौरान प्रतिदिन 5 से लेकर 7 लाख तक लोग जुटे थे। इसी तरह, काशी में बाबा विश्वनाथ धाम में 10 से लेकर 15 लाख श्रद्धालु एक दिन में रहते थे। एक और सर्किट बना अयोध्या धाम और गोरखपुर का, अयोध्या धाम में प्रतिदिन इस दौरान 7 लाख से लेकर 12 लाख श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे थे और गोरखपुर में पहली जनवरी से लेकर कल तक प्रतिदिन 2 लाख से ढाई लाख श्रद्धालु जुटते थे। तीसरा सर्किट बना प्रयागराज से ऋंग्वेरपुर होते हुए लखनऊ और नैमिषारण्य का, जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। वहीं प्रयागराज से राजापुर और चित्रकूट का भी एक सर्किट बना तो पांचवा सर्किट प्रयागराज से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे होते हुए मथुरा, वृंदावन और शुकतीर्थ का रहा, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। 

सीएम को भेंट किए गए तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र

इस अवसर पर मुख्यमंत्री को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से मेला प्राधिकरण द्वारा स्थापित तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। इन तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में से पहला एक साथ सर्वाधिक लोगों (329) द्वारा एक ही समय में कई स्थलों पर नदी की सफाई, दूसरा एक साथ सर्वाधिक संख्या (19 हजार) में सफाई कर्मियों द्वारा सफाई अभियान चलाए जाने और तीसरा 8 घंटे तक सर्वाधिक लोगों(10,102) द्वारा हैंडप्रिंट बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल रहा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा प्रकाशित एसेंस ऑफ कुम्भ बुक का विमोचन भी किया। 

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