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संगम तट पर लिया जायेगा गोमूत्र पर बड़ा फैसला

योगी कैबिनेट की बैठक के बाद अब महाकुम्भ 2025 में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग की अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक में सूबे में पशुधन, डेयरी उद्योग और गोशालाओं के विकास के साथ गोमूत्र के व्यावसायिक उपयोग को बढ़ावा देना पर भी फैसले लिये जानें है.

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Khurram Nizami
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डेयरी

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।

 

योगी कैबिनेट की बैठक के बाद अब महाकुम्भ 2025 में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग की अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक में सूबे में पशुधन, डेयरी उद्योग और गोशालाओं के विकास को लेकर अहम फैसले लिये जायेंगे। इस बैठक में गोमूत्र के व्यावसायिक उपयोग को बढ़ावा देना और दुग्ध उत्पादन को दोगुना करनें पर फैसले लिये जानें हैं। तो साथ मे डेयरी पॉलिसी 2022 में भी बड़ा किया जा सकता है।

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गोमूत्र पर योगी सरकार की बड़ी तैयारी 

पिछले कुछ सालों से गोमूत्र के व्यावसायिक उपयोग पर काफी चर्चा हो रही है। गोमूत्र का इस्तेमाल किसान कैसे करें इसके लिये भी उनको जागरुक किया जा रहा है। उनको बताया जा रहा है कि गोमूत्र से बने कीटनाशक और खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी की उर्वरकता बढ़ती है। किसानों को बताया जा रहा है कि गोमूत्र से बने उत्पादों का इस्तेमाल कर किसान और पशुपालक अच्छा मुनाफ़ा कैसे कमा सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो गोमूत्र से बनी खाद का इस्तेमाल करके मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाई जा सकती है. विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि गोमूत्र से बने उत्पादों से मिट्टी में नमी बरकरार रखी जा सकती है। इसी मद्देनज़र प्रदेश की योगी सरकार गोमूत्र को औद्योगिक उपयोग में लाने की योजना पर भी काम कर रही है। इसके तहत नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) और कॉरपोरेट कंपनियों के सहयोग से गोमूत्र की खरीद की जाएगी। गोमूत्र से फिनायल, कीटनाशक और जैविक खाद बनाने की योजना है, जिससे न केवल गोशालाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा सकेगा, बल्कि जैविक उत्पादों को बढ़ावा भी मिलेगा।

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महाकुंभ नगरी में डेयरी पॉलिसी पर होगा मंथन

 

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कैबिनेट के बाद अब कुंभ मे 8 फरवरी को पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग डेयरी पॉलिसी पर मंथन करेगा और इस पालिसी में बडा बदलाव भी किया जा सकता है। इसके अलावा पशुधन, डेयरी उद्योग और गोशालाओं के विकास पर भी चर्चा हो सकती है। सरकार इसे नई औद्योगिक नीति और खाद्य प्रसंस्करण नीति के समकक्ष लाना चाहती है। इस फैसले से डेयरी उद्योग को बढ़ावा मिलने की बात कही जा रही है। इसके तहत कन्नौज, गोरखपुर, कानपुर डेयरी प्लांट और आंबेडकर नगर पशु आहार प्लांट को 10 साल की लीज पर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) को सौंपने का निर्णय लिया जा सकता है, जिससे प्रदेश के दुग्ध संघों को मजबूती मिलेगी।

 

प्रदेश में 24 घंटे खुले रहेंगे पशु अस्पताल, मिलेगी आपातकालीन सेवा

योगी सरकार पशु स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए सूबे के सभी जिलों में पशु अस्पतालों को 24 घंटे संचालित करने की योजना बना रही है। बैठक में इस पर मुहर लगने की भी संभावना है। फिलहाल, पशु एंबुलेंस सेवा सुबह से शाम तक ही उपलब्ध है। तो साथ में हर अस्पताल में रात के समय एक पशु चिकित्सक, एक पैरा मेडिकल स्टाफ और 1962 एंबुलेंस सेवा तैनात रहेगी, जिससे किसानों और पशुपालकों को रात में भी अपने पशुओं के इलाज की सुविधा मिलेगी।

 

गोशालाओं होंगी आत्मनिर्भर, इफको बनाएगा दो हजार गोवंश की गोशाला

सूबे मे गोशालाओं को सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनानें की भी योजना है. इस योजना में नाबार्ड और अन्य फर्टिलाइजर कंपनियों से सहयोग लिया जाएगा, जिससे पैसों की कमी के चलते गोशालाओं के संचालन में किसी भी तरीके की दिक्कत ना आ सके। बरेली के आंवला स्थित इफको प्लांट में इफको दो हजार गोवंश की गोशाला स्थापित करेगा, जिससे गोवंश संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय किसानों को फायदा होगा।

 यूपी दूध उत्पादन में अव्वल

बेसिक एनिमल हसबेंडरी स्टैटिक्स 2023-24 के आंकड़ों के बात करें तो देश में दूध का उत्पादन 239.30 मिलियन टन है. जिसमें यूपी का का योगदान करीब 16 फीसदी है. जो कि देश में सबसे अधिक है. यूपी के बाद राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब का नंबर आता है. योगी सरकार पहले दिन से ही इस क्षेत्र मे लगातार काम कर रही है. जिसके लिये प्रदेश सरकार पशुपालकों को प्रोत्साहन देने के लिए नंद बाबा और गोकुल पुरस्कार से सम्मानित करती है.

 

महाकुंभ 2025
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